भदोही: सुरियावा ब्लॉक के गोपीपुर-चौगुना गांव निवासी अरुण तिवारी और नीलम तिवारी ने भदोही विधायक पर पर्चा खारिज कराने का आरोप लगाते हुए जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने 3 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. पर्चा खारिज होने की जानकारी उन्हें तब मिली, जब मंगलवार को एआरओ ने नामांकन पत्र में त्रुटि के कारण नामांकन पत्र को वापस कर दिया. अरुण तिवारी और निलम तिवारी का कहना है कि नामांकन पत्र में सभी औपचरिकताएं पूरी की गई थीं, बावजूद इसके एआरओ ने पर्चा खारिज कर दिया.
यह किया दावा
पर्चा खारिज कराने के पीछे दोनों ने भदोही विधायक पर आरोप लगाया. दोनों ने कहा कि एआरओ विधायक के दबाव में ऐसा कर रहे हैं. दरअसल, इस गांव में कई वर्षों से विधायक परिवार ही काबिज रहा है. इसलिए वह नहीं चाहते कि कोई अन्य यहां उम्मीदवारी पेश करे. उन्होंने कहा कि पहले विधायक ने पर्चा खारिज करने की धमकी दी थी और अब एआरओ पर दबाव बनाकर उन्होंने ऐसा कर दिया. दोनों ने अपनी शिकायत जिला कार्यालय में की और कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए. इस मुद्दे पर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
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भदोही विधायक रविंद्र त्रिपाठी ने क्या कहा
इस मुद्दे पर जब भदोही विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने आरोप को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि वह उन्हें जानते भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कई ब्लॉकों से पर्चे में त्रुटि की खबरें सामने आ रही है. कुछ लोग जानबूझकर उनकी छवि खराब करने करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने भी इस आरोप के खिलाफ अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही.