Ramcharit Manas Controversy: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बोले- किसी भी धर्म की किताब की तौहीन करना जुर्म करार दिया जाए
Updated on: Jan 25, 2023, 3:18 PM IST

Ramcharit Manas Controversy: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बोले- किसी भी धर्म की किताब की तौहीन करना जुर्म करार दिया जाए
Updated on: Jan 25, 2023, 3:18 PM IST
संभल में सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि किसी भी धर्म की किताब की तौहीन नहीं करनी चाहिए. वहीं, उन्होंने स्वीडन में कुरान शरीफ के अपमान पर पीएम मोदी से इस मामले को यूएनओ में उठाने की मांग की है.
संभल: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरित्र मानस पर दिए गए विवादित बयान के बाद भले ही समाजवादी पार्टी ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया हो. लेकिन, संभल के सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने मंगलवार को कहा है कि किसी भी धर्म की किताब की तौहीन करना जुर्म करार दिया जाए. वहीं, उन्होंने स्वीडन में कुरान शरीफ के अपमान पर देश के पीएम और गृहमंत्री से यूएनओ में इस मसले को लेकर आवाज उठाने की मांग की है.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म के प्रसिद्ध ग्रंथ रामचरित्र मानस को लेकर हाल ही में एक विवादित बयान दिया था. इसके बाद देशभर में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ आवाज उठने लगी. वहीं, संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बगैर कहा कि किसी भी धर्म की किताब की तौहीन करना चाहे वह हिंदू हो, मुस्लिम हो या फिर कोई अन्य गलत है.
उन्होंने सरकार से मांग की है कि किसी भी धर्म की किताब की तौहीन करना जुर्म करार दिया जाए. वहीं, सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क ने स्वीडन देश में कुरान शरीफ की बेहुरमती करने की घटना की निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से गुजारिश की है कि वह इस मसले को यूएनओ में उठाएं. क्योंकि, विभिन्न देशों ने इस मामले में अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि वे देश के पीएम और गृहमंत्री से गुजारिश करते हैं कि वह भी इस मामले में भारत की ओर से मुसलमानों का पक्ष रखें.
रामचरित्र मानस पर दिए गए विवादित बयान के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदूवादी संगठनों के निशाने पर आ गए हैं. अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार से जेल में डाले जाने की पुरजोर तरीके से मांग उठाई है. बुधवार को अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष राकेश वार्ष्णेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपते हुए राकेश वार्ष्णेय ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म के ग्रंथ राम चरित्र मानस के खिलाफ गलत टिप्पणी की है. जिसे हिंदू समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ सरकार तत्काल एक्शन ले और न सिर्फ उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए. बल्कि सलाखों के पीछे भी भेजा जाए.
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