प्रतापगढ़: लालगंज कोतवाली में तैनात सिपाही आशुतोष यादव के आत्महत्या के मामले में आईजी जोन प्रयागराज के निर्देश पर लालगंज कोतवाल को सस्पेंड कर दिया गया है. एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि हमराही होते हुए भी सिपाही की मनोस्थिति को कोतवाल नहीं समझ पाए. एके-47 के साथ सात घंटे सिपाही के गायब रहने की बात भी कोतवाल ने छुपाई थी.
जानें क्या है मामला
दरअसल, लालगंज कोतवाली में तैनात सिपाही आशुतोष यादव ने बीते शुक्रवार को दोपहर में सिपाही आवास की तीसरी मंजिल पर जाकर एके-47 से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. कोतवाल राकेश भारती के हमराही के रूप में ड्यूटी लगाए जाने पर उसे कार्यालय से एके-47 दी गई थी. सिपाही दोपहर में एके-47 के साथ गायब हुआ और शाम 6 बजे उसका शव बरामद किया गया. सात घंटे तक राइफल के साथ गायब होने की बात कोतवाल राकेश भारती द्वारा छुपाई गई थी.
मृतक की जेब में मिला था छुट्टी का प्रार्थना पत्र
एसपी अनुराग आर्य ने सिपाही आशुतोष यादव की आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए तीन टीमों का गठन किया था. एसपी के निर्देश पर सीओ लालगंज, फॉरेंसिक टीम व सर्विलांस टीम जांच में जुट गई है. आत्महत्या के दूसरे दिन परिजन आशुतोष का शव उसके पैतृक घर गाजीपुर लेकर चले गए थे. मौत के बाद मृतक सिपाही की जेब में छुट्टी का प्रार्थना पत्र मिला था.
एसपी अनुराग आर्य ने कहा कि लालगंज कोतवाल राकेश भारती ने अपने हमराही आशुतोष यादव की मनोस्थिति को नहीं समझा. मौत के बाद सात घंटे तक उसकी गुमशुदगी छुपाई गई. मामले की जांच के बाद कोतवाल की लापरवाही पाई गई है. मामले में आईजी जोन प्रयागराज के निर्देश पर राकेश भारती को सस्पेंड कर दिया गया है.