पीलीभीत में गैंगरेप के बाद जिंदा जलाई गई दलित किशोरी का अंतिम संस्कार, एसपी बोले- आरोपियों पर लगेगा गैंगस्टर

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Published : Sep 20, 2022, 7:12 AM IST

Updated : Sep 20, 2022, 7:28 AM IST

पीलीभीत गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार

पीलीभीत में गैंगरेप के बाद जिंदा जलाई गई दलित किशोरी की लखनऊ में सोमवार को मौत हो गई थी. सोमवार को ही उसका शव पीलीभीत लाया गया और फिर अंतिम संस्कार किया गया. पिता ने मुखाग्नि दी. इस दौरान भारी पुलिस को तैनात किया गया था.

पीलीभीत: जिले में गैंगरेप के बाद जिंदा जलाई गई किशोरी की मौत सोमवार को लखनऊ के एक अस्पताल में हो गई थी. मौत के बाद उसका शव पीलीभीत लाया गया था. इसके बाद उसका अंतिम संस्कार भारी पुलिस बल की मौजूदगी में परिजनों ने किया. इस दौरान गांव में मौजूद हर किसी की आंखें नम नजर आईं.

दरअसल, माधोटांडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव की 17 वर्षीय दलित किशोरी को 7 सितंबर को जिला अस्पताल लाया गया था. वह बुरी तरह आग से झुलसी हुई थी. 10 सितंबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें किशोरी ने गांव के ही रहने वाले राजवीर और ताराचंद नाम के दो युवकों पर घर में घुसकर गैंगरेप करने और जिंदा जलाने का आरोप लगाया था. पूरे मामले में पिता की तहरीर पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को जेल भेज दिया था.

जानकारी देते पुलिस अधीक्षक.

11 सितंबर को किशोरी को पीलीभीत के जिला अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया था, जहां किशोरी का इलाज चल रहा था. सोमवार सुबह करीब 3:30 बजे किशोरी की लखनऊ के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी होने के बाद किशोरी का शव उसके पैतृक गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया. इस बीच बसपा नेता भी गांव में जा पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी.

बसपा नेताओं व परिवार ने रखी 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग

जिला प्रशासन की तरफ से शासन से स्वीकृति के बाद समाज कल्याण विभाग की ओर से पीड़ित परिवार को 412500 रुपये की मदद दी गई थी. परिजन इस धनराशि से संतुष्ट नहीं थे. बसपा नेताओं व परिजनों ने मौके पर मौजूद एसडीएम के सामने 50 लाख मुआवजा पीएम राहत फंड से दिलाए जाने की मांग की. इसके बाद मौके पर मौजूद आला अधिकारियों ने फोन के जरिए उच्च अधिकारियों से परिवार के लोगों की बात कराई. उच्च अधिकारियों ने हर संभव मदद के लिए आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया.

परिवार ने मांगी सुरक्षा

गैंगरेप करने वाले आरोपियों के परिवार से खतरा बताते हुए पीड़ित परिवार के लोगों ने पुलिस अधिकारियों के सामने अपनी सुरक्षा की मांग की. इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा का पूरा भरोसा दिलाकर परिवार के लोगों को शांत कराया.

थाने पर कैंप करते रहे आला अधिकारी

घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पीलीभीत के अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी व एडीएम वित्त एवं राजस्व राम सिंह गौतम थाने पर ही कैंप करते रहे. इसके अलावा सीओ पूरनपुर वीरेंद्र विक्रम सिंह व एसडीएम कलीनगर शिखा पांडे लगातार गांव में स्थिति का जायजा ले रही थीं. अंतिम संस्कार से पहले गांव में हंगामे की आशंका को देखते हुए मौके पर रिजर्व पुलिस लाइन समेत कई थानों की फोर्स को तैनात किया गया.

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एसपी बोल, आरोपियों पर लगेगा गैंगस्टर

किशोरी की मौत के बाद पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक दिनेश पी ने अपना बयान जारी करते हुए बताया कि घटना संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था. किशोरी को बेहतर इलाज दिलाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी. परिवार को आर्थिक मदद भी दी गई है. इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने दोनों आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई किए जाने बात भी कही.

Last Updated :Sep 20, 2022, 7:28 AM IST
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