पीलीभीतः जिले मे एक कलयुगी पुत्र ने वृद्ध मां को यातनाएं देने की सारी हदें उस समय पार कर दीं जब वह मां को आसरा आवास में मिले कमरे में 20 दिन पूर्व बंद कर भाग गया. वृद्धा की हालत खराब हुई तो पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने आवास का ताला तोड़कर वृद्धा को बाहर निकाला. वृद्धा को अस्पताल में भर्ती कराया गया. शुक्रवार को अस्पताल में वृद्धा की मौत हो गई.
बीसलपुर नगर के मोहल्ला दुर्गाप्रसाद के आसरा आवास एक नंबर में दिवगंत श्रीकृष्ण की पत्नी लल्ली देवी रहती थीं. वह करीब एक वर्ष से यहीं पर रह रहीं थी. लल्ली देवी को लगभग 20 दिन पूर्व उनका पुत्र पंकज आवास में बंद कर चला गया. वह अभी तक नहीं आया है. ऐसे में वह भूख-प्यास से तड़पने लगी.
उसने खिड़की से मदद की गुहार लगाई. लोगों ने खिड़की से वृद्धा के कमरे में खाना डाल दिया. जब लोगों को लगा कि वृद्धा की हालत बिगड़ रही है तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने ताला तोड़कर वृद्धा को मुक्त कराया.
करीब 20 दिन तक वह कमरे में बंद रही. सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद वृद्धा को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. बीसलपुर कोतवाल नरेश त्यागी ने बताया है कि मोहल्ले के लोगों की सूचना पर वृद्धा को कमरे से निकाल कर अस्पताल भेज दिया गया है. बेटे की तलाश की जा रही है. शुक्रवार को अस्पताल में वृद्धा की मौत हो गई.
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