नरेश टिकैत का बयान- आजम खां का मतदान अधिकार जा सकता है तो विक्रम सैनी का क्यों नहीं

नरेश टिकैत का बयान- आजम खां का मतदान अधिकार जा सकता है तो विक्रम सैनी का क्यों नहीं
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत (Bhakiyu President Chaudhary Naresh Tikait) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि विधायक आजम खा के मतदान का अधिकार जा सकता है तो विधायक विक्रम सैनी का क्यों नहीं.
मुजफ्फरनगर: भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत (Bhakiyu National President Naresh Tikait) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वोट डालने का अधिकार संवैधानिक अधिकार है और अगर इससे भी वंचित कर दें तो इससे बड़ी तानाशाही क्या हो सकती है. भाजपा का आजम खां के मतदान के अधिकार को खत्म करना संवैधानिक हनन है, जिसकी भाकियू निंदा करता है.
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने बीजेपी की एकतरफा कार्रवाई पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर किसी की गाड़ी पर भाजपा का झंडा है या किसी के घर पर भाजपा का झंडा है तो उसके लिए तो सब कुछ है. यदि विधायक आजम खा के मतदान का अधिकार जा सकता है तो विधायक विक्रम सैनी का क्यों नहीं. कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश गन्ना बेल्ट है. यहां पर गन्ने की राजनीति चलती है और यहां गन्ने का किसान बिल्कुल तभा और बर्बाद हो गया है. किसान बोलता है तो उन पर मुकदमा दर्ज कर धमकी देते है.
भारतीय किसान यूनियन (bhartiya kisan union) के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि खतौली विधानसभा के उपचुनाव (Khatauli assembly by election) में प्रशासन ईमानदारी से चुनाव कराए, क्योंकि यह चुनाव तय करेगा कि सरकार द्वारा जो कार्य किये जा रहे हैं, जनता उनसे कितना खुश है. इस अकेली सीट से सरकार पर कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, परन्तु यह उपचुनाव सरकार के प्रति जनता की भावनाओं को उजागर करेगा और इससे सबक लेकर सरकार को सद्बुद्धि आ सकती है.
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