मेरठः हिना 13 वर्ष की हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर-घर जाकर वायरल फीवर डेंगू से बचाव की जो जांच और जागरूकता को अभियान चलाया है. उसी में उनको डेंगू की पुष्टी हुई थी. अब वो ठीक हो चुकी है. हिना की तरह और भी काफी बच्चे हैं. जिन्हें डेंगू के लक्षण मिलने पर उपचार हेतू स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया. कई स्वस्थ हो चुके हैं, कुछ उपचाराधीन हैं. सरकारी अस्पतालों में मिल रही सुविधाओं से लोग सीएम योगी को थैक्यू बोले रहे हैं. वहीं बेहतर व्यवस्थाओं के लिए मेडिकल स्टाफ से लेकर अफसरों का शुक्रिया अदा कर रहे हैं.
इन दिनों डेंगू के काफी मामले प्रदेश में लगातार सामने आ रहे हैं. मेरठ में भी डेंगू ने रफ्तार पकड़ी हुई है. हालांकी सीएमओ का कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है. स्वास्थ्य विभाग लगातार डीएम के मार्गदर्शन में जिलेभर में अभियान चलाकर घर-घर पहुंच रहा है. लोगों में अगर ऐसे लक्षण पाए जा रहे हैं तो तत्काल उन्हें भर्ती कराकर उपचार दिया जा रहा है.
ईटीवी भारत ने स्वास्थ्य विभाग के दावों की सच्चाई जानने को रियलिटी चेक किया. इस दौरान ईटीवी भारत की टीम ने जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों के बारे में जानने की कोशिश की. सरकार की तरफ से जिस तरह से इस वक्त डेंगू और वायरल फीवर आदि को लेकर गम्भीरता से कोशिश हो रही है. वह मेरठ के अस्पतालों में साकार होती नजर आ रही है.
रोहटा निवासी असलम ने कहा कि उनकी बेटी को तीन दिन पहले बुखार आया था. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तुरंत उपचार दिया और अस्पताल में बेहतर सुविधा के साथ बेहतरीन इलाज के बल पर अब उनकी बेटी स्वस्थ हो गई है. लकी ने बताया कि पिछले 11 दिन से डेंगू का उपचार चल रहा था. तबियत बेहद नासाज थी, लेकिन अब आज उनकी अस्पताल से छुट्टी है.
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लोगों ने बताया कि, वो अपने घर पर थे. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और जांच की. बाकी घरों में डेंगू, मलेरिया के खात्मे को उचित कदम उठाए जा रहे हैं. मालती ने कहा कि समय रहते बेटे में लक्षण पता चले गए. इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम और मिलने वाले उपचार पर सराहना की. साथ ही सरकार को शुक्रिया भी बोला.
सीएमओ अखिलेश मोहन ने बताया कि जिले में घर-घर जाकर जांच करने के लिए महाअभियान जारी है. उन्होंने बताया कि आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार डोर टू डोर जाकर लोगों के बारे में जानकारी कर रही है. किस तरह की बीमारी लोगों को जकड़े हुए है. उन्होंने बताया जैसे ही किसी तरह के इंफेक्शन की शिकायत मिलती है या किसी मरीज में लक्षण प्रतीत होते हैं. तत्काल उनको उपचार दिया जाता है.