आस्था के महापर्व छठ पूजा में शामिल होंगे महराजगंज के डीएम, मां के साथ करेंगे सूर्य की उपासना

आस्था के महापर्व छठ पूजा में शामिल होंगे महराजगंज के डीएम, मां के साथ करेंगे सूर्य की उपासना
पूर्वांचल में छठ पूजा का खासा उल्लास है. महराजगंज में मनाया जा रहा छठ पर्व इस बार डीएम (Maharajganj DM Chhath Puja) और उनकी मां की मौजूदगी से और भी खास होने वाला है.
महराजगंज : सूर्य उपासना का महापर्व छठ नहाय खाय व खरना के साथ शुरू हो चुका है. जिले में इस बार आस्था का यह महापर्व खास होने वाला है. जिलाधिकारी अनुनय झा भी अपनी मां के साथ व्रती के रूप में इस पर्व में शामिल होंगे. वह जिला मुख्यालय के राम मनोहर लोहिया पार्क के सरोवर में पानी में खड़े होकर मां के साथ डूबते व उगते सूर्य को अर्घ्य देंगे. जिले में यह पहली बार होगा जब कोई जिलाधिकारी खुद इस महापर्व का हिस्सा बनेगा.
मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं डीएम : डीएम ने जिले के सभी छठ घाट पर साफ-सफाई व लाइटिंग के अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के विशेष इंतजाम करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि व्रती लोगों को कोई भी परेशानी नहीं होनी चाहिए. इसके लिए उन्होंने अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी है. मूलतः बिहार के रहने वाले डीएम अनुनय झा दिल्ली में पले-बढ़े हैं. उनके पिता नित्यानंद मिश्र आईआरएस अधिकारी रह चुके हैं. वह मुंबई में चीफ इनकम टैक्स कमिश्नर भी थे. मां अलका झा भारतीय डाक में बोर्ड की सदस्य रच चुकी हैं. नाना स्व. बलवीर झा बिहार के डीजीपी रह चुके हैं. आईआईटी रुड़की से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके अनुनय झा अपनी नाना की प्रेरणा से सिविल सेवा में आए.
मथुरा के नगर आयुक्त भी रह चुके हैं अनुनय झा : अनुनय झा आईएएस अफसर के रूप में कई जिलों में विभिन्न प्रशासनिक पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं. वह मथुरा में नगर आयुक्त पद से स्थानांतरित होकर पहली बार जिलाधिकारी बनकर महराजगंज आए हैं. कलेक्ट्रेट में जनता के लिए उनका दरवाजा हमेशा खुला रहता है. फरियाद लेकर आए लोगों के लिए कोई रोक टोक नहीं है. सीधे कार्यलय में पहुंच आसानी से फरियादी अपनी बात डीएम के सामने रखते हैं, मां से बेहद लगाव के चलते वह अपने नाम के साथ मां के नाम का टाइटल भी लगाते हैं.
आम लोगों की तरह घाट पर करेंगे पूजा : जिला अधिकारी अनुनय झा के परिवार का छठ महापर्व से गहरी आस्था है. भारतीय डाक में बोर्ड सदस्य के रूप में रहते हुए अनुनय झा की मां अलका झा छठ पर्व धारण करती चली आ रहीं हैं. पिछले दो साल से डीएम अनुनय झा भी व्रती के रूप में इस पर्व में शामिल हो रहे हैं. पिछली बार मथुरा जिला में नगर आयुक्त पद पर रहते हुए अनुनय झा अपनी मां के साथ छठ घाट पर पहुंच अन्य लोगों के साथ पूजा की थी. जिले में डीएम बनकर आने बाद उनके छठ मनाने की जानकारी के बाद अधिकारियों ने जिलाधिकारी आवास के अंदर तालाब में उनके लिए छठ पर्व की तैयारी कराने का प्रस्ताव दिया लेकिन डीएम अनुनय झा ने यह कहते हुए उस प्रस्ताव को शालीनता के साथ अस्वीकार कर दिया कि वह भी अन्य लोगों की तरह सार्वजनिक छठ घाट पर पहुंच त्योहार मनाएंगे.
आरएमएल (राम मनोहर लोहिया) सरोवर की साफ सफाई शुरू कराई गई, डीएम अनुनय झा का कहना है कि छठ महापर्व है. अपार भीड़ घाटों पर उमड़ती है लेकिन कहीं कोई व्यवधान नहीं उत्पन्न होता. त्योहार उत्सव का माहौल बनाते हैं. लोग एक दूसरे से जुड़ते हैं. हर तरफ उल्लास का माहौल बनता है. बाजार भी गुलजार होते हैं. कारोबार में वृद्धि होती है. यह पर्व आस्था का पर्व है. लोगों के साथ वह उनकी भी इस महापर्व में गहरी आस्था हैं.
