भ्रष्टाचार पर योगी सरकार का वार, 2 एसडीएम तहसीलदार के पद पर रिवर्ट

भ्रष्टाचार पर योगी सरकार का वार, 2 एसडीएम तहसीलदार के पद पर रिवर्ट
योगी सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की कवायद में जुटी हुई है. नियुक्ति विभाग की तरफ से 2 पीसीएस अधिकारियों को जमीन घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें तहसीलदार के पद पर पदावनत यानी रिवर्ट करने की कार्रवाई की गई है.
लखनऊ: योगी सरकार ने भ्रष्टाचार को लेकर बड़ी कार्रवाई की है. मिली जानकारी के अनुसार नियुक्ति विभाग की तरफ से 2 पीसीएस अधिकारियों को जमीन घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें तहसीलदार के पद पर पदावनत यानी रिवर्ट करने की कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही दोनों अधिकारियों को उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है.
ये हैं एसडीएम
राज्य सरकार नियुक्ति विभाग की तरफ से एसडीएम प्रयागराज रामजीत मौर्य को मिर्जापुर में तैनाती के दौरान जमीन संबंधी घोटाले का आरोपी बनाया गया था. उनकी जांच नियुक्ति विभागीय स्तर पर हो रही थी. पिछले दिनों में जांच में दोषी पाए जाने के बाद नियुक्ति विभाग की तरफ से उन्हें पदावनत (रिवर्ट )करते हुए तहसीलदार के पद पर वापस किया गया है.
वहीं, दूसरे पीसीएस अधिकारी व वर्तमान में श्रावस्ती में एसडीएम के पद पर तैनात जेपी चौहान को भी तहसीलदार के पद पर रिवर्ट करने की कार्रवाई की गई है. इनके खिलाफ भी नियुक्ति विभागीय स्तर पर जांच चल रही थी. जिसमें दोषी पाए गए हैं. जानकारी के अनुसार जेपी चौहान के पीलीभीत जनपद में तहसीलदार के पद पर तैनाती के दौरान जमीन संबंधी घोटाला करते हुए बड़ा भ्रष्टाचार किया गया था. इसके बाद अब उत्तर प्रदेश की तरफ से उनके खिलाफ तहसीलदार के पद पर रिवर्ट करने की कार्रवाई की गई है. इन दोनों अधिकारियों को उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद से भी संबद्ध किया गया है.
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