सीयूईटी की प्रक्रिया के कारण पिछड़ रहा केंद्रीय विश्वविद्यालयों का शैक्षणिक सत्र

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Published : Nov 25, 2022, 6:23 PM IST

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एनटीए की ओर से प्रक्रिया लेट होने का साफ असर केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र पर दिख रहा है. 30 नवंबर तक तक सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया समाप्त करना है. जिसके बाद इन विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र शुरू होगा. इतना प्रक्रिया लेट होने के कारण अगले सत्र के लिए प्रवेश की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर दिया.

लखनऊः देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय (Central University) में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) की शुरुआत 2022 23 से सन से शुरू किया गया सीयूईटी कराने की जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को सौंपा गया था. इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 2022 के मार्च में लेना शुरू किया गया. पर इसके लिए प्रवेश परीक्षा अप्रैल 2022 से जून 2022 तक कई चरणों में कराया गया था. इसके बाद सितंबर में इसका परिणाम जारी किया था. जिसके बाद सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय में काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू हो पाई थी. एनटीए की ओर से प्रक्रिया लेट होने का साफ असर केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र पर दिख रहा है. 30 नवंबर तक तक सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया समाप्त करना है. इसके बाद इन विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र शुरू होगा. इतना प्रक्रिया लेट होने के कारण अगले सत्र के लिए प्रवेश की प्रक्रिया को भी प्रभावित कर दिया.


नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) सत्र 2023-24 के लिए जनवरी महीने से आवेदन प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है. पर सत्र 2022 देश के प्रवेश प्रक्रिया काफी लेट होने के कारण अगले सत्र के आवेदन प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाने की तैयारी है. एनटीए ने सत्र 2022-23 के लिए जो प्रस्तावित कार्यक्रम तैयार किया है, उसे वह अब मार्च में ले जाने की तैयारी कर रहा है. केंद्रीय विश्वविद्यालय के सूत्रों का कहना है कि एनटीए ने विश्वविद्यालय से जो फीडबैक लिया है उसके आधार पर अगले सत्र के लिए तैयारी करेगा. उत्तर प्रदेश में कुल छह केंद्रीय विश्वविद्यालय का संचालन होता है. इसमें बीएचयू, इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, बाबा साहब भीमराव केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ में प्रवेश की प्रक्रिया 30 नवंबर तक होना है.


एनटीए सत्र 2022 के जब प्रक्रिया की शुरुआत की तो अप्रैल से लेकर जून तक होने वाले सभी तक के प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) के आयोजन में दिक्कतें आने लगी. खासतौर पर जेई मेंस, जेई एडवांस व नीट जैसे परीक्षा में छात्रों को शामिल होना था. तो उन्होंने सीईयूटी तारीखें को लेकर कई बार अपनी प्रवेश परीक्षा को रोक-रोक का आयोजन कराना पड़ा. बाबा साहब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (Babasaheb Bhimrao Ambedkar Central University) के प्रवेश समन्वयक प्रोफेसर रिपुसूदन सिंह (Admission Coordinator Professor Ripusudan Singh) ने बताया कि सीईयूटी में शामिल होने वाले ज्यादातर छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते हैं. एनटीए ने इस बार जनवरी सही प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर अप्रैल तक एंट्रेंस कराने की तैयारी में था प्रशासन लेट होने के कारण उसकी प्रक्रिया नेट सेशन में भी प्रभावित हो सकती है.

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