विद्युत उपकेंद्र पर खतरनाक नजारा, ट्रांसफार्मर को पानी डालकर किया जा रहा ठंडा
Published: May 23, 2023, 12:32 PM


विद्युत उपकेंद्र पर खतरनाक नजारा, ट्रांसफार्मर को पानी डालकर किया जा रहा ठंडा
Published: May 23, 2023, 12:32 PM

कासगंज में विद्युत उपकेंद्र पर हीट ट्रांसफार्मर को ठंडा रखने के लिए बिजली कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं. क्षमता से कम लोड के ट्रांसफार्मर होने के चलते सालों से हालात जस के तस बने हुए हैं.
कासगंज: 42 डिग्री तापमान की झुलसती गर्मी में सुचारू और निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई देना विद्युत विभाग के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है. गर्मी और ओवरलोडिंग के चलते ट्रांसफार्मर हीट हो रहे हैं. इनको ठंडा रखना भी विद्युत विभाग के लिए बड़ी समस्या है. ऐसे ट्रांसफार्मर को बिजली कर्मचारी अपनी जान हथेली पर रखकर ठंडा कर रहे हैं. एटा कासगंज बॉर्डर पर स्थित विद्युत उपकेंद्र पर हीट ट्रांसफार्मर को बिजली कर्मचारी पानी की बौछारों से ठंडा करता नजर आया, जो कि बेहद खतरनाक नजारा था.
एटा कासगंज बॉर्डर पर स्थित कस्बा राजा का रामपुर विद्युत उपकेंद्र पर ओवरलोडिंग के चलते हीट हो रहे ट्रांसफार्मर तेजी से गर्म हो रहे हैं, जिसे एक विद्युत कर्मचारी अपनी जान हथेली पर रख कर कूलर और पानी की बौछारों से ठंडा करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बिजली कर्मचारियों ने बताया कि इस उपकेंद्र पर 3 फीडर अर्जुनी, बुधुपुरा, राजा का रामपुर, नकटई है. जबकि यहां 4 फीडर होने चाहिए. इसके अलावा इस उपकेंद्र पर क्षमता से कम भार का 5 एमबीए का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है. लोड को देखते हुए यहां 10 एमबीए के ट्रांसफार्मर की आवश्यकता है. यह स्थिति काफी समय से बनी हुई है. वर्षों बीतने के बाद भी विद्युत विभाग इस उपकेंद्र पर लोड के सापेक्ष ट्रांसफार्मर नहीं लगवा सका.
वहीं, जब इस विषय मे बिजली विभाग के एसडीओ सोनू कुमार से ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने बताया कि राजा का रामपुर विद्युत उपकेंद्र पर लगा ट्रांसफार्मर काफी पुराना है. इसमें तेल की जो स्थिति है, वह पर्याप्त नहीं है. इस लिये यह जल्दी हीट हो जाता है. इसके लिए हमने ट्रांसफार्मर को ठंडा करने के लिए कूलर और पानी की बौछारों का प्रयोग कर रहे हैं. इसे ठंडा करते वक्त विद्युत सप्लाई को बंद कर दिया जाता है. अभी हमने ट्रांसफार्मर बदलने और उसमें नया तेल भरवाने के लिए एक प्रस्ताव विभाग को भेजा है. जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा.
