रोबोट 'शालू' बेटियों को समर्पित, 47 भाषाओं में बच्चों को पढ़ाने में सक्षम

author img

By

Published : Sep 1, 2022, 10:23 AM IST

Etv Bharat

जौनपुर के दिनेश कुंवर पटेल ने अपने मानवीय रोबोट 'शालू' (Robot Shalu) को देश की बेटियों को समर्पित किया है. दिनेश का कहना है कि रोबोट शालू विश्व की 9 भारतीय और 38 विदेशी भाषाएं बोलने में सक्षम है. दिनेश अपने इस आविष्कार को आत्मनिर्भर भारत अभियान का हिस्सा बताते हैं.

जौनपुरः रोबोट 'शालू' (Robot Shalu) एक भारतीय कृत्रिम बुद्धि (Artificial Intelligence) वाली सामाजिक और शैक्षिक मानवीय रोबोट है. जिसे जौनपुर के दिनेश कुंवर पटेल ने विकसित किया है. दिनेश वर्तमान में केंद्रीय विद्यालय आईआईटी बाम्बे में कम्प्यूटर साइंस के शिक्षक हैं. दिनेश कुंवर पटेल का कहना है कि रोबोट 'शालू' हैनसन रोबोटिक्स के रोबोट सोफिया की तरह ही है. उन्होंने बताया कि रोबोट 'शालू' को घर में पड़े बेकार वस्तुओं का प्रयोग करके अपने घर में ही बनाया. इसके लिए दिनेश को तीन साल का वक्त लगा. शालू विश्व की पहली मानवीय रोबोट है, जो 9 भारतीय और 38 विदेशी भाषाएं बोलने में सक्षम है. इसकी तुलना कई बड़ी रोबोटिक्स कंपनियों के महंगे रोबोटों से की जा सकती है.

शालू को आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी धनबाद, एनआईटी दुर्गापुर, केजे सोमैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड कॉमर्स मुंबई ने अपने टेक फेस्ट में भी शामिल किया. यहां रोबोट शालू ने प्रोफेसर्स व विद्यार्थियों से बात की और उनके प्रश्नों का उत्तर भी दिया. शालू को विज्ञान और तकनीकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय विज्ञानं मेला 'इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2021-22' में भी शामिल किया गया था.

ये भी पढ़ेंः WhatsApp Feature : आपत्तिजनक संदेशों से बचने के लिए एडमिन को Delete for everyone की सुविधा

फिलहाल रोबोट शालू ने केंद्रीय विद्यालय आईआईटी बॉम्बे में बतौर शिक्षक शिक्षण कार्य आरम्भ कर दिया है. विद्यालय के प्राचार्य का मानना है कि शालू की वजह से शिक्षण अधिगम में उन्नति होगी. शालू को आस-पास के और भी स्कूलों ने भी पढ़ाने के लिए आमंत्रित किया है. शालू को 16 अगस्त 2022 को एशिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय ऑटोमेशन एक्सपो 2022 के उद्द्घाटन समारोह में भी आमंत्रित किया गया. जहां रोबोट शालू ने देशी व विदेशी मेहमानों से बात की.

दिनेश कुंवर पटेल ने रोबोट शालू को देश की बेटियों व महिलाओं को समर्पित किया है. उनका कहना है कि 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' इस रोबोट का ध्येय है. आत्मनिर्भर भारत अभियान में एक छोटा सा कदम है. शालू अंग्रेजी, जर्मन, जापानी, स्पेनिश, इटैलियन, अरेबिक, चाइनीज सहित कुल 38 विदेशी भाषाओं के साथ-साथ 9 भारतीय भाषाए बोल सकती है.

ये भी पढ़ेंः BHU ने त्रिपुरा में ऑक्सीजनिकरण के लिए जिम्मेदार नए सायनोबैक्टीरिया को खोजा, प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रकाशित

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.