हरदोई : उत्तरप्रदेश के हरदोई जिले के ग्राम पंचायत रसूलपुर बम्हनान में स्थित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों ने शुक्रवार को लापरवाही की सारी हदें पार कर दीं. छुट्टी के बाद टीचरों ने क्लास वन में पढ़ने वाले 6 वर्षीय छात्र को छोड़ दिया और कमरों में ताला लगाकर चलते बने (Teacher left after leave child locked ). स्कूल से वापस घर न पहुंचने पर परिजनों ने बच्चे की तलाश शुरू की. जब परिजन स्कूल पहुंचे तो बच्चा स्कूल में रोता हुआ मिला. परिजन दीवार कूदकर स्कूल के अंदर क्लास रूम में पहुंचे. परिजनों ने शिक्षक को बुलाकर ताला खुलवाया.
बेहंदर ब्लॉक के ग्राम पंचायत रसूलपुर निवासी रमेश ने बताया कि उसका 6 वर्षीय बेटा विनय पढ़ने के लिए गांव के स्थित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय बम्हनान में गया था. छुट्टी होने पर विद्यालय के जिम्मेदार बच्चे को क्लासरूम में बंद कर घर चले गए. बाद में विद्यालय की बाउंड्री को कूदकर विनय के चाचा योगेश ने खिड़की से झांक कर देखा तो बच्चा कमरे में जोर जोर से रो रहा था (hardoi child locked in school ).
बच्चे के पिता रमेश ने मामले की शिकायत बीआरसी स्थित कार्यालय पर की है. प्रधानाध्यापक सुरेशचंद्र बताया कि यह बच्चा आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ता था. आंगनबाड़ी केंद्र शुक्रवार को बंद था. अपने बच्चे के एक्सिडेंट के कारण वह 15 मिनट पहले स्कूल से चले गए. वहां पर मौजूद शिक्षामित्र ने स्कूल बंद के लिए 2 बजकर 45 मिनट पर बच्चों को क्लास रूम से बाहर निकाल कर बाहर ग्राउंड में एकत्रित किया था. विनय क्लास में सो गया था, इसलिए उस पर नजर नहीं पड़ी. ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में एक शिक्षामित्र सिर्फ मौजूद था और अन्य अध्यापक आए नहीं थे. इस कारण बच्चों की खोजखबर नहीं ली गई.
हरदोई : उत्तरप्रदेश के हरदोई जिले के ग्राम पंचायत रसूलपुर बम्हनान में स्थित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों ने शुक्रवार को लापरवाही की सारी हदें पार कर दीं. छुट्टी के बाद टीचरों ने क्लास वन में पढ़ने वाले 6 वर्षीय छात्र को छोड़ दिया और कमरों में ताला लगाकर चलते बने (Teacher left after leave child locked ). स्कूल से वापस घर न पहुंचने पर परिजनों ने बच्चे की तलाश शुरू की. जब परिजन स्कूल पहुंचे तो बच्चा स्कूल में रोता हुआ मिला. परिजन दीवार कूदकर स्कूल के अंदर क्लास रूम में पहुंचे. परिजनों ने शिक्षक को बुलाकर ताला खुलवाया.
बेहंदर ब्लॉक के ग्राम पंचायत रसूलपुर निवासी रमेश ने बताया कि उसका 6 वर्षीय बेटा विनय पढ़ने के लिए गांव के स्थित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय बम्हनान में गया था. छुट्टी होने पर विद्यालय के जिम्मेदार बच्चे को क्लासरूम में बंद कर घर चले गए. बाद में विद्यालय की बाउंड्री को कूदकर विनय के चाचा योगेश ने खिड़की से झांक कर देखा तो बच्चा कमरे में जोर जोर से रो रहा था (hardoi child locked in school ).
बच्चे के पिता रमेश ने मामले की शिकायत बीआरसी स्थित कार्यालय पर की है. प्रधानाध्यापक सुरेशचंद्र बताया कि यह बच्चा आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ता था. आंगनबाड़ी केंद्र शुक्रवार को बंद था. अपने बच्चे के एक्सिडेंट के कारण वह 15 मिनट पहले स्कूल से चले गए. वहां पर मौजूद शिक्षामित्र ने स्कूल बंद के लिए 2 बजकर 45 मिनट पर बच्चों को क्लास रूम से बाहर निकाल कर बाहर ग्राउंड में एकत्रित किया था. विनय क्लास में सो गया था, इसलिए उस पर नजर नहीं पड़ी. ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में एक शिक्षामित्र सिर्फ मौजूद था और अन्य अध्यापक आए नहीं थे. इस कारण बच्चों की खोजखबर नहीं ली गई.