लखनऊः उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने हमीरपुर एसपी को नोटिस भेजा है. आयोग ने हमीरपुर में किशोरी को जबरन डांस कराये जाने के बाद खुदकुशी के मामले में नोटिस भेजा गया है. दरअसल इस वाकये से आहत युवती ने खुदकुशी कर ली थी. इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध रही है. पीड़ित परिवारजनों का आरोप था कि यदि पुलिस समय रहते कार्रवाई करती है तो छात्रा की जान बच सकती थी.
ये है पूरा मामला
आपको बता दें कि हमीरपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का परिणाम घोषित होने के दो दिन बाद मझगवां क्षेत्र के एक गांव में प्रधान की जीत पर डीजे के साथ जुलूस निकाला गया था. जिसके दौरान भीड़ ने जबरन एक युवती को खींचकर डीजे पर नचाया. युवती के विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की. घटना के डेढ़ माह बाद भी कार्रवाई न होने से आहत बीए की 20 साल की छात्रा ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
इसे भी पढ़ें- प्रेमी ने प्रेमिका को बुलाया घर, फिर दोस्तों के साथ मिलकर किया गैंगरेप
छह लोग बनाये गए थे आरोपी
पीड़ित पिता ने बताया कि ग्राम प्रधान के चुनाव जीतने पर गांव में जुलूस निकाला गया था. उसी समय छह लोगों ने पुत्री को जबरन नचाने के साथ ही अभद्रता और मारपीट की थी. तहरीर पर पुलिस ने आरोपितों चंद्रभान, सचिन, शनि, बलराम, पंकज और शिवाकांत के खिलाफ छेड़खानी और बलवा की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने आरोपितों पर कार्रवाई नहीं की. इससे उनके हौसले बुलंद हो गए और आए दिन बेटी के साथ गलत व्यवहार और छींटाकशी करने लगे. हालांकि लोकल पुलिस का दावा है कि आरोपितों पर दर्ज मुकदमे की चार्जशीट अदालत में दाखिल की जा चुकी है.