गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की ओर से पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्म जयंती (birth anniversary of pandit deendayal upadhyay) पर तीन दिवसीय "राष्ट्रीय चेतना उत्सव"(24-26 सितंबर) विषयक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार (international seminars) का आयोजन शनिवार से शुरू हो रहा है. इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, साउथ कोरिया, नाइजीरिया समेत कई देशों के विद्वान हिस्सा लेंगे.
कुलपति प्रो राजेश सिंह ने महासंगोष्ठी के अंतिम दौर की तैयारियों की समीक्षा की. संगोष्ठी के समन्वयक प्रो हिमांशु चतुर्वेदी सहित पांचों सेक्टर्स के कोऑर्डिनेटर ने हिस्सा लिया. सेमिनार में होने वाले मंथन को ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों तथा समाज के अन्य वर्गों तक पहुंचाने के लिए ऑनलाइन लिंक दिया जा रहा है. करीब 25,000 लोगों की इस सेमिनार से जुड़ने की संभावना है.
विदेश के महत्वपूर्ण विश्वविद्यालयों एवं शिक्षण संस्थाओं से जुड़ने वाले विद्वान इसमें शामिल हैं. रेड फोर्ट यूनिवर्सिटी वर्जीनिया अमेरिका के प्रो ग्लेन टी मार्टिन, जर्मनी के प्रो भक्ति शाह, यूनिवर्सिटी ऑफ पुरतो रीको अमेरिका के डॉक्टर मोहन भट्टाराई, कैम्ब्रिज से डॉ. हेक्टर हर्नानडेज, सऊदी अरब से डॉक्टर फहमीदा खातून जाहिद बलूच, नाइजीरिया से डॉक्टर ओलनियन ओलुगबेमि, पेनसिल्वेनिया से डॉ राजमोहन रामनाथन पिल्लई, प्रो. हृदय नारायण साउथ कोरिया से इस संगोष्ठी में दीनदयाल उपाध्याय के विचारों पर चर्चा करेंगे.
कुलपति ने कहा कि सेमिनार की शुरुआत विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में स्थापित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर पुष्पार्जन कर होगा. दीक्षा भवन में होने वाले उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य वक्ता समाजसेवी श्री सुनील बी देवधर होंगे. मुख्य अतिथि पूर्व राज्यसभा सांसद शिवप्रताप शुक्ल रहेंगे. इस सत्र में पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश राजेंद्र सिंह मोती और पृथ्वीराज सिंह भी शामिल होंगे.
25 सितंबर को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र भी सेमिनार की शोभा बढ़ाएंगे. इसी दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी संगोष्ठी को संबोधित करेंगे. गोरखपुर के सांसद रवि किशन समेत कई विश्वविद्यालयों के कुलपति भी संगोष्ठी में सहभागिता करेंगे. 26 सितंबर को समापन सत्र की अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की ओर से की जाएगी. इस अवसर पर समाजसेवी तेजस्विनी अनंत कुमार और इतिहास संकलन समिति के डॉ बालमुकुंद पांडेय भी मौजूद रहेंगे.
ये विद्वान भी लेंगे हिस्सा
पूर्व कुलपति प्रो योगेंद्र सिंह, कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत, कुलपति प्रो. सीमा सिंह, जेएनयू से प्रो. सुधीर कुमार, प्रो हीरामन तिवारी तथा प्रो संतोष कुमार शुक्ला भी भाग लेंगे.
पांच सेक्टर पर आधारित होगा सेमिनार
अंतरराष्ट्रीय सेमिनार पांच सेक्टर पर आधारित होगा. हर सेक्टर में पांच से छह सत्र होंगे. पांच सेक्टर में शामिल है छह संकल्प विजन 2047, पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद: मानव विकास के लिए एक वैश्विक विचार, पंडित दीनदयाल उपाध्याय: राज्य और धर्म, सेक्युलरवाद पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय: तथ्य और भ्रांतियां, राज्य, समाज और आर्थिक लोकतंत्र पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की भूमिका होगी.
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