बाबू मोहन सिंह को नहीं नसीब हुए श्रद्धा के फूल, नहीं खुला ऑडिटोरियम का ताला

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Published : Sep 23, 2021, 2:05 PM IST

बाबू मोहन सिंह को नहीं नसीब हुए श्रद्धा के फूल

यूपी के देवरिया में टाउनहाल परिसर स्थित ऑडिटोरियम का ताला न खुलने से सपा के वरिष्ठ नेता व विधानसभा पूर्व अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को निराश होना पड़ा. बुधवार को वह पूर्व सांसद एवं समाजवादी विचारक स्व. मोहन सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि नहीं कर सके. उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा.

देवरिया: समाजवादी चिंतक मोहन सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को बैरंग लौटना पड़ा. ऑडिटोरियम हॉल का ताला तक नहीं खुला, जबकि अपने नेता के आने से दो घण्टे पूर्व पहुंचे सपा नेताओं ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों और ईओ से संपर्क किया. इसका थोड़ा भी फर्क नहीं पड़ा. देवरिया से वह ब्रिज मोहन सिंह के 8वीं पुण्यतिथि में शामिल होने चले गए और वहां उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए भाजपा सरकार को तानाशाह बताया.

बाबू मोहन सिंह को नहीं नसीब हुए श्रद्धा के फूल

देवरिया शहर ऑडिटोरियम हॉल में स्थापित समाजवादी चिंतक मोहन सिंह की प्रतिमा को श्रद्धा का दो पुष्प भी नहीं नसीब हुआ. बरहज जा रहे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सपा नेता माता प्रसाद पांडेय काफी देर तक पुष्पांजलि करने के लिए रूके रहे, लेकिन ऑडिटोरियम हॉल का ताला नहीं खुल सका. भाजपा को तानाशाह बताते हुए लोकतंत्र विरोधी बताया. इसकी चर्चा पूरे दिन शहर में रही.

समाजवादी चिंतक व पूर्व सांसद मोहन सिंह की पुण्यतिथि बरहज में बुधवार को आयोजित की गई, जिसमें माता प्रसाद पांडेय शामिल होने जा रहे थे. शहर के टाउन हॉल स्थित मोहन सिंह के नाम से बने ऑडिटोरियम हाल में स्थापित प्रतिमा पर पुष्पांजलि के लिए रुके. पार्टी के वरिष्ठ नेता के आगमन की सूचना पर दो घंटे पूर्व ही पार्टी के नेता ऑडिटोरियम हॉल पर पहुंच गए और ताला खुलवाने के लिए ईओ से संपर्क करने लगे.

ईओ ने ताला खुलवाने का आश्वासन दिया, लेकिन माता प्रसाद पांडेय के पहुंचने के बाद भी ऑडिटोरियम का ताला नहीं खुला. हालांकि ऑडिटोरियम हॉल में कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं था. करीब बीस मिनट इंजतार के बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष बाहर से ही मोहन सिंह की प्रतिमा को नमन कर बरहज के लिए रवाना हो गए.

जाने से पूर्व उन्होंने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है. तानाशाही की हद हो गई है, जिस ऑडिटोरियम हाल का ताला नहीं खोला गया है. वह ऑडिटोरियम हॉल मोहन सिंह की याद में उनकी पुत्री पूर्व सांसद कनकलता सिंह की प्रयास से बना. इसका उद्घाटन मेरे द्वारा ही किया गया था. तानाशाह सरकार की जवाबदेही होने वाले विधानसभा चुनाव में तय होगी.

ईओ रोहित सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी. कर्मचारी को भेजा गया था. ताला नहीं खुलने की जानकारी नहीं है. इस दौरान जिलाध्यक्ष डॉ. दिलीप यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष बाबूलाल यादव, अशोक यादव, विजय प्रताप मणि त्रिपाठी, अशोक सिंह कुशवाहा, मुराद अली बेग, हृदय नारायण जायसवाल, जयश्री यादव, परवेज आलम आदि मौजूद रहे.

नगर पालिका देवरिया के बोर्ड बैठक में ऑडिटोरियम हॉल का नाम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर पास हुआ था. जिला प्रशासन ने पूर्व सांसद मोहन सिंह का नाम एडिटोरियल हॉल पर लिखवाया और मोहन सिंह की प्रतिमा लगवाया गया. इसका भाजपा नेता और नगर पालिका देवरिया के सभासदों ने पुरजोर विरोध भी किया. आज इसी चक्कर में ईओ ने ऑडिटोरियम हॉल का पुष्पांजलि के लिए ताला तक नहीं खुलवाया.

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