लखनऊः जिले के 20 मदरसों की नियुक्तियों में मिले फर्जीवाड़े पर एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है. एसआईटी ने तत्कालीन रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता और संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडेय समेत 20 मदरसों के प्रबंधकों पर धोखाधड़ी के गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज करायी है. मुकदमे में आजमगढ़ के मुबारकपुर मदरसा जामिया नुरुल उलूम के अध्यक्ष जहीर अहमद और प्रबंधक अहमदुल्लाह भी नामजद हैं. एसआईटी के एसपी देव रंजन वर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पूरे मामले में अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय के अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है.
ये है पूरा मामला
पिछले दिनों प्राथमिक, जूनियर सहित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कई शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए नौकरी करते पकड़े गए थे. इसके बाद शासन ने इन विद्यालयों के सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कराई. जांच में फर्जीवाड़ा सामने आ गया. आधुनिकीकरण योजना के मदरसों के शिक्षकों के अभिलेखों की जांच जिला स्तरीय कमेटी मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला के नेतृत्व में किया गया. दो चरणों में की गई जांच में पहले चरण में मूल अंक पत्रों के अलावा ऑनलाइन प्रमाण पत्रों की जांच की गई. इसके बाद दूसरे चरण में अंक पत्रों के सत्यापन के लिए यूपी बोर्ड और संबंधित विश्वविद्यालयों के पास भेजा गया. सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद जांच आख्या डीएम को भेजी गई. डीएम ने कार्रवाई के लिए शासन को पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी.
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SIT को सौंपी जांच
मदरसों में फर्जीवाड़ा की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 अनुदानित और आधुनिकीरण योजना के तहत संचालित 267 मदरसों के 1,115 शिक्षकों के अंकपत्र और अन्य प्रमाण पत्रों की जांच कराने का आदेश दिया था. ये जांच एसआईटी को सौंपी. इस क्रम में एसआईटी ने अनुदानित 20 मदरसों के 400 शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच की. शिकायत सही पाए जाने पर एसआईटी ने तत्कालीन रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता और संयुक्त निदेशक शेषनाथ पांडेय समेत 20 मदरसों के प्रबंधकों पर धोखाधड़ी के गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई है. मुकदमे में आजमगढ़ के मुबारकपुर मदरसा जामिया नुरुल उलूम के अध्यक्ष जहीर अहमद और प्रबंधक अहमदुल्लाह भी नामजद हैं. एसआईटीएस पी देव रंजन वर्मा का कहना है कि पूरे मामले में अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय के अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है. उनकी भी जांच कराई जा रही है.