अमेठीः अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से एक महिला ने गुहार लगाई. उसने कहा कि मेरी जमीन फंसी हुई है. भाजपा जिलाध्यक्ष के हस्तक्षेप के कारण पुलिस मेरी फरियाद सुन नहीं रही. थाने में अभद्र भाषा का इस्तेमाल हो रहा है. इस पर मंत्री स्मृति ईरानी ने तुरंत ही अफसरों के पेच कसे.
दरअसल, यह मामला जायस के छोटा कजियाना इलाके की रहने वाली मुन्नी देवी का है. उसने कहा कि दो साल से उसकी जमीन का मामला फंसा है. वह कभी नगर पालिका जाती है तो कभी डीएम के पास. कभी कोतवाली तो कभी मोहनगंज जाती है लेकिन कहीं से कुछ भी नहीं होता. पुलिस के सामने गाली-गलौज की जाती है और मारा-पीटा जाता है.
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महिला ने आरोप लगाया कि ये सब एक भाजपा जिलाध्यक्ष के फोन करने के बाद हो रहा है. वह विपक्षी लोगों का साथ दे रहे हैं. महिला ने कहा कि जमीन मेरी है, कागज मेरा है. मैं नगर पालिका में टैक्स भी जमा करती हूं लेकिन सुनवाई नहीं होती है.
उसने मंत्री को बताया कि तीन साल पहले मेरे पति को गोरखपुर ले जाकर मार डाला. कही से भी मेरी कोई मदद नहीं हुई. मेरा एक बेटा है और एक भाई. परिवार बहुत छोटा है मेरा. आप चलकर मेरा घर देख लें, इतनी ठंडी हो रही है हम और हमारा परिवार इतनी ठंडी मे भी जमीन पर लेटते हैं. दो सालों से दुकान बंद है. कहां से खाए, कहां से पिएं, कोई है पूछने वाला. महिला ने कहा कि इस मामले में नेतागीरी खत्म होनी चाहिए. इस पर केंद्रीय मंत्री ने महिला को आश्वासन देकर शांत कराया.
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