Taj Mahal Controversy: जयंत चौधरी का ट्वीट, जी हां ताजमहल हमारा है और फिर सोशल मीडिया पर छिड़ गया संग्राम

Taj Mahal Controversy: जयंत चौधरी का ट्वीट, जी हां ताजमहल हमारा है और फिर सोशल मीडिया पर छिड़ गया संग्राम
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने ताजमहल के 22 कमरे खुलवाने और जांच की मांग वाली याचिका खारिज कर दी. लेकिन ताजमहल के विवाद (Taj Mahal Controversy) को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है.
आगराः ताजमहल के विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है. इसी बीच रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने ट्वीट किया तो सोशल मीडिया ताजमहल के विवाद ने चोर पकड़ लिया. जयंत चौधरी के ट्वीट को शनिवार शाम छह बजे तक 16 लाख लाइक मिले हैं. 1746 यूजर्स ने इस ट्वीट को रीट्वीट किया.
आपको बता दें कि मोहब्बत की निशानी ताजमहल के तहखाने के 22 कमरे खुलवाने की भाजपा नेता की याचिका ने नये विवाद को जन्म दिया. पहले भी कई ताजमहल के मंदिर या मकबरे का विवाद सामने आया है. मामला सिविल कोर्ट तक गया. मगर, वहां यह विचाराधीन है. मगर, इस बार अयोध्या के बीजेपी नेता डॉ. रजनीश सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दाखिल की. जिस पर सुनवाई हुई और इलाहबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने याचिका खारिज करके
इस विवाद पर को विराम लगा दिया. लेकिन ताजमहल सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहा है.
- यूजर अभिषेक अग्रवाल ने ट्वीट किया ताजमहल कोई पंचर की दुकान नहीं है.
- यूजर हंसराज मीना ने ट्वीट किया कि, ताजमहल हम सबका है. ताजमहल हमारा है.
- यूजर नैतिक ने एक चैनल पर चली खबर का स्क्रीन शाट शेयर किया. इसमें ताजमहल में जाटों द्वारा भूसा भरने का जिक्र है.
- यूजर संतोष कुमार ने ट्वीट किया कि, किसने कहा राकेश टिकैत का है. सब हमारा है पर आतंकी ने हिंदू मंदिर तोड़कर बनाए हैं.
- यूजर शादाब ने ट्वीट करके कहा कि, सुनिए जयंत चौधरी साहब. ताजमहल पर किसी का हक नहीं, उस पर सिर्फ मुहब्बत करने वालों का हक है. चाहे वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, जाट हो, सिख हो, ईसाई हो, पारसी हो, बौद्ध हो, नास्तिक हो, आंबेडकरवादी हो.
- यूजर इंद्रजीत बराक ने ट्वीट किया कि, ताजमहल हमारा है और हम भारत हैं. हम देश हैं, जिसमें सभी जाति-धर्माें, सभी सभ्यताओं, कल्चरों के लोग शामिल हैं. ये ताजमहल हमारा है. इस ताजमहल का निर्माण कलाप्रेमी शाहजहां ने कराया था और ये इस मुल्क के हर बाशिंदे की मल्कियत है.
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- यूजर मासू खान ने ट्वीट करके लिखा कि, ताजमहल हमारे जाट समाज का था. उस समय जाटों के दरबार में कोई अंग्रेजी का जानकार नहीं था, किसी को को टूटी-फूटी अंग्रेजी आती थी तो उसने गलती से JAT को TAJ लिख दिया.
- यूजर मुकेश चौधरी ने ट्वीट करके कहा कि, माना ताजमहल आपका है, लेकिन ज्ञानवापी किसका है.
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