अभी तक नहीं मिल सका कार्यालय व गाड़ी, कैसे काम करेगी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स

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Published : Sep 21, 2022, 1:44 PM IST

एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स

उत्तर प्रदेश में नशे के सौदागरों की कमर तोड़ने के लिये योगी सरकार ने राज्य में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) का गठन तो कर दिया है, लेकिन एक माह बीतने के बाद भी यह फोर्स अपने ऑपरेशन शुरू नहीं कर सकी है.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में नशे के सौदागरों की कमर तोड़ने के लिये योगी सरकार ने राज्य में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) का गठन तो कर दिया है, लेकिन एक माह होने को है और यह फोर्स अपने ऑपरेशन शुरू नहीं कर सकी है. वजह है कि डीआइजी व मुख्यालय में तैनात डिप्टी एसपी को छोड़ दें तो जिलों में जिन अधिकारियों को पोस्टिंग दी गयी है, उन्हें न ही अब तक ऑफिस मिल सका है और न ही चलने के लिये गाड़ियां ही उपलब्ध हुईं हैं.


यूपी में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (Anti Narcotics Task Force) का गठन 23 अगस्त 2022 को किया गया था. इस फोर्स को लीड करने के लिये आईपीएस अब्दुल हमीद को डीआइजी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स बनाया गया था. महज कुछ दिनों के बाद एक एडिशनल एसपी व 6 डिप्टी एसपी की भी तैनाती कर दी गयी थी, जिसमें दो को मुख्यालय व 4 को जिलों में तैनाती दी गयी थी. एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के गठन को अब एक महीने होने को आये हैं अब तक विभाग अपने गठन के उद्देश्य को पूरा करने की शुरुआत तक नहीं कर सकी है, बल्कि यूपी एसटीएफ व स्थानीय पुलिस धड़ल्ले से मादक पदार्थों की बरामदगी से लेकर ड्रग पैडलर की गिरफ्तारियां कर रही है. वहीं आईपीएस अब्दुल हमीद का दावा है कि जल्द ही टास्क फोर्स काम करना शुरू करेगी. जिस उद्देश्य के साथ सरकार ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया है उसको पूरा किया जायेगा.

जानकारी देते संवाददाता गगन दीप मिश्रा




टास्क फोर्स में तैनात हुये एक अधिकारी के मुताबिक, विभाग ने उनकी पोस्टिंग तो कर दी है, लेकिन न ही उनके पास अभी कोई कार्यालय है और न ही गाड़ी. ऐसे में काम कैसे किया जाए. यहां तक मुख्यालय में भी अब तक एएनटीएफ का कार्य शुरू नहीं हो सका है. उनके मुताबिक, उन्हें अब तक उनके मूल संसाधनों को मुहैया नहीं कराया जा सका है. यही नहीं उन्हें अब तक यह नहीं बताया गया है कि वो जिस जिले में तैनात हैं वहां के पुलिस कप्तान के अधीन होंगे या फिर नहीं.


यूपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) के गठन के समय अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कमार ने बताया था कि इस फोर्स के प्रभारी डीआइजी रैंक के अधिकारी होंगे. उनके अलावा दो एसपी ऑपरेशन व मुख्यालय, दो एडिशनल एसपी भी तैनात होंगे, जो मुख्यालय में ही बैठेंगे. इनके अलावा यूपी एएनटीएफ के तीन रीजन वेस्ट, सेंट्रल व मध्य बनाये गये हैं, जिनके प्रभारी डिप्टी एसपी होंगे. इसके अन्तर्गत वेस्ट में मेरठ, बरेली व आगरा, सेंट्रल रीजन के अंतर्गत लखनऊ व कानपुर, ईस्ट रीजन के अंतर्गत प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी जोन होंगे.


क्या है एएनटीएफ के गठन का उद्देश्य

1: एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) का मुख्य दायित्व मादक पदार्थों के प्रवर्तन के आधार पर प्रभावी अंकुश लगाना होगा.
2: मादक पदार्थों की मांग को कम करने के लिए संबंंधिक एजेंसियों से समन्वय स्थापित करना.
3: मादक पदार्थों के सेवन को रोकने के लिये जन जागरूकता अभियान क्रियान्वित करना.
4: अन्य राज्यों से समन्वय स्थापित करना.
5: राज्य में हो रही वैध अफीम खेती से सम्बन्धित प्रक्रियाओं पर नजर रखना.
6: Ministry of health and family welfare द्वारा चलाये जा रहे De addiction सेंटर से समन्वय स्थापित करना.
7: Information Technology का दुरूपयोग रोकने के लिए Dark Web, Social Media, Cripto Currency आदि के माध्यम से नारकोटिक्स का अवैध व्यापार करने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही कराना.

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8: मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त सूचीबद्ध गैंगों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करना.
9: एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का मुख्य दायित्व है Narco Cordination Center (NCORD) के माध्यम से 04 स्तरीय Mechanism के लिए सेकट्रियेट के रूप में कार्य करना व समन्वय स्थापित करना.

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