लखनऊ: केजीएमयू मरीजों के इलाज के साथ पर्यावरण का संरक्षण भी कर रहा है. इसमें सभी के सहयोग की जरूरत है. बिना सबकी सहभागिता के पर्यावरण का संरक्षण मुमकिन नहीं है. यह बातें राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कही. वह मंगलवार को सांइटिफिक कन्वेंशन सेंटर में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं. प्रत्येक व्यक्ति को पौधा रोपना चाहिए. पीपल, बरगद, तुलसी समेत अन्य पौधे लगाने चाहिए. साथ ही पर्यावरण प्रदूषण को कम करने की दिशा में प्रयास करना चाहिए. प्लास्टिक के प्रयोग से भी बचना चाहिए. इस मौके पर राज्यपाल ने केजीएमयू के पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का शुभारंभ किया.
इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि केजीएमयू मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया करा रहा है. केजीएमयू मरीजों को प्लास्टिक के बजाए स्टील की थाली में भोजन मुहैया करा रहा है. इससे मरीजों को प्लास्टिक से दूर रखने की कोशिश कामयाब हो रही है. उन्होंने कहा कि हरियाली जहां होगी बीमारी का खतरा वहां कम होगा. सांस संबंधी बीमारी कम होगी. प्रदूषण का प्रभाव कम होगा.
कोविड टीकाकरण की समीक्षा बैठक : कोविड टीकाकरण की समीक्षा बैठक मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई. बैठक में उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि एक-एक सप्ताह के लिए अध्यापकों की ड्यूटी लगाएं. कोविड टीकाकरण की दूसरी डोज से छूटे बच्चों के घरों में फोन कर टीका लगवाना सुनिश्चित करें. मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि हमें लखनऊ में सभी लोगों को कोरोना से सुरक्षित करने के लिए टीके की दोनों डोज से आच्छादित करना है.
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बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि टीका लगवाने से न केवल आप सुरक्षित रहेंगे बल्कि आपका परिवार और पड़ोस भी सुरक्षित रहेगा. कोरोना से लड़ने का एकमात्र हथियार कोविड टीकाकरण है. कोरोना से बचाव के लिए कोविड के दोनों टीके ही कारगर हैं. टीका लगवाएं और साथ में कोरोना से बचाव के प्रोटोकॉल का पालन भी करें.
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