शहीद नरेश कुमार के सम्मान में निकाली गई तिरंगा यात्रा, लगे जिंदाबाद के नारे
झुंझुनू जिला सैनिकों के नाम से अपनी एक अलग पहचान देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बनाए हुए हैं. झुंझुनू जिले में जहां एक ओर सबसे ज्यादा सैनिक देश को दिए हैं तो वहीं सबसे ज्यादा शहीद देने वाला भी जिला भी झुंझुनू जिला ही है और इसी कड़ी में एक नाम और जुड़ गया शहीद नरेश कुमार धुन का. शहीद नरेश कुमार धुन (Martyr Naresh Kumar) झुंझुनू जिले के बगैर कस्बे के रहने वाले हैं. पैरा एसएफ फोर्स के हवलदार नरेश कुमार जून श्रीनगर के चौकीबल जम्मू कश्मीर में ड्यूटी पर तैनात थे ड्यूटी के दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और उनको सांस लेने में तकलीफ हुई और जिसके बाद उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए. भारत में की निगरानी करते हुए श्री नरेश कुमार ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए. झुंझुनू के लोगों ने शहीद के सम्मान में झुंझुनू से बगड़ तक तिरंगा शरीद यात्रा निकाली. शहीद नरेश कुमार की तिरंगा यात्रा नरेश कुमार जिंदाबाद के नारों गुज उठी.