पुजारी ही निकला चोर, ढेलाणा आवरी माता मंदिर के महंत के घर से बरामद हुए चांदी के 16 छत्र

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Published : Oct 7, 2021, 8:41 PM IST

Updated : Oct 7, 2021, 9:20 PM IST

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ढेलाणा आवरी माता मंदिर के महंत के घर से पुलिस ने चोरी हुए 16 छत्र बरामद किए हैं. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. 30 सितंबर को मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था.

देवगढ (राजसमन्द). जिले के आमेट थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ढेलाणा आवरी माता मंदिर के पुजारी को चोरी के मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से मंदिर से चोरी के 16 चांदी के छत्र भी बरामद किए हैं.

पुलिस थाना प्रभारी प्रेमसिंह ने बताया कि 30 सितंबर 2021 को प्रार्थी गंगाराम पिता मोहन लाल (40) निवासी जोया तलाई ढेलाणा पुलिस थाना आमेट की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई है. प्रार्थी स्वयं ढेलाणा तालाब पर स्थित आवरी माताजी का पुजारी है. माताजी के मंदिर में भक्त जनों की ओऱ से शृंगार के लिए चढ़ाये गये चांदी के कुल 16 छत्र व एक तोला सोने का एक मुकूट जिसको पूजा करने के बाद स्वयं के घर पर रखता था. 28 सितंबर 2021 की रात्रि को गंगाराम अपनी पत्नी के साथ ससुराल में सामाजिक कार्यक्रम जाकर दूसरे दिन वापस घर पहुंचा तो में मकान का ताला टुटा हुआ था. अन्दर कमरे में पेटी में रखे चांदी के 16 छत्र, सोने का मुकुट तथा मेरे 4 हजार रुपए अज्ञात बदमाश चुरा कर ले गये.

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मन्दिर में चोरी की वारदात की सूचना पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव लाल बैरवा, पुलिस उप अधीक्षक कुभ्भलगढ़ नरपत सिंह को दी गई. टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. उन मार्गों के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया. प्रथम दृष्टया चोरी के तथ्य नहीं मिलने पर टीम जांच में जुट गई. जिनके जरिए मन्दिर पर शृंगार के लिए चांदी के छत्र व सोने के मुकुट भेंट किए गए थे. जांच में पता चला की विगत 6 माह से माताजी के मन्दिर में लगातार चांदी के छत्र चढ़ाये जा रहे थे. परन्तु सोने का मुकुट माताजी की प्रतिमा पर सुशोभित नहीं किया जा रहा है.

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इस तथ्य पर गहनता से अनुसंधान करने पर पाया गया कि मन्दिर का पुजारी एवं परिवादी स्वयं गंगाराम भील सोने के मुकूट को अपने घर पर ही रखता है। इस पर परिवादी गंगाराम पर टीम सदस्यों ने नजर रखी गई तो पाया की गंगाराम आदतन शराबी है और पैसों की तंगी के चलते गांव के एक युवक से 5 सौ रुपये उधार लिये थे. जबकी गंगाराम ने प्राथमिकी में 4 हजार रुपये भी चोरी होने की बात बताई थी. जब 4 हजार रुपये उसके पास थे तो उसके 5 सौ रुपये उधार लेने की क्या आवश्यकता थी.

जांच के बाद पुजारी गंगाराम की ओर से झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने की बात सामने आई. कड़ी पूछताछ के बाद गंगाराम ने बताया कि आर्थिक तंगी के चलते खुद माताजी के मन्दिर के चांदी के छत्र व सोने का मुकुट को खुर्द बुर्द कर दिया. अभियुक्त गंगाराम की निशादेही से चांदी के 16 छत्र बरामद किए गए और सोने के मुकुट के बारे में पूछताछ की जा रही है.

Last Updated :Oct 7, 2021, 9:20 PM IST
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