कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पंकज मेहता बोले- पार्टी में मेरा अपमान हुआ, आलाकमान महत्वहीन और अस्तित्वहीन

कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पंकज मेहता बोले- पार्टी में मेरा अपमान हुआ, आलाकमान महत्वहीन और अस्तित्वहीन
Rajasthan Election 2023, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और बड़े नेता रहे पंकज मेहता ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि पार्टी में अपमान हुआ, इसके चलते मैंने पार्टी छोड़ी है.
कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल बदलने का सिलसिला जारी है. हाल ही में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और बड़े नेता रहे पंकज मेहता भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में मेरा अपमान हुआ और इस अपमान के चलते ही मैंने पार्टी छोड़ी है. मुझे पद लोलुपता से मतलब नहीं.
मेहता ने कहा कि 40 वर्षों तक कांग्रेस में संगठन में कई पदों पर निष्ठा के साथ काम किया. अपमान की एक सीमा होती है, जब अपमानजनक निर्णय लिए जाने लगेंगे, तो मन आहत और व्यथित हो जाता है, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ दी. मैंने प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ली है. कांग्रेस से जाने वालों की संख्या बहुत बड़ी तादात में है. इसके पीछे कारण गलत नीति और कार्य प्रणाली है, जिसे कांग्रेस अभी भी सुधारने के लिए राजी नहीं है. कांग्रेस का आलाकमान महत्वहीन और अस्तित्वहीन हो गया है. इससे बड़ा किसी संगठन के लिए दुर्भाग्य नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि कोटा जिले की 6 विधानसभा सीट कांग्रेस पार्टी हारने जा रही है. भाजपा के उम्मीदवार सभी विधानसभा क्षेत्रों में बड़े अंतर से चुनाव जीतेंगे.
गांधी और गोडसे पर यह बोले : पंकज मेहता ने कहा कि कांग्रेस से ज्यादा बीजेपी गांधीवादी विचारों का ध्यान रखती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी से प्रेरणा लेकर ही स्वच्छता अभियान की शुरुआत की, जो विश्व का एक बड़ा अभियान बना और भारत के लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी ज्यादा आई है. उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने में उनकी खुद की भूमिका है. इस बारे में किसी से भी कोई राय मशवरा नहीं किया. पीएम मोदी से प्रेरित होकर भाजपा ज्वाइन करने का फैसला लिया है. भाजपा के नेताओं ने ही उनसे संपर्क किया था और वह इसमें सहमत हो गए.
रिवरफ्रंट के दोषी अधिकारियों को बचाया गया : रिवरफ्रंट से पर्यटक बढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पर्यटन का समय आने पर मालूम पड़ेगा, अभी तो एनजीटी में प्रकरण चल रहा है. एक व्यक्ति विशेष की जिद के कारण राजस्थान के धन का बड़े स्तर पर दुरुपयोग हुआ है. बिना एनवायरमेंट क्लीयरेंस के अधिकारियों ने काम करवा दिया. यह सरकारी स्तर पर लापरवाही है. एक व्यक्ति का दबाव किस स्तर पर था, ये इससे साफ नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री का रिवरफ्रंट के उद्घाटन पर आने के कार्यक्रम को टालना भी यह प्रमाणित करता है. उसी दिन अधिकारियों पर गाज गिरानी चाहिए थी और उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए था. यह सबसे बड़ी गलती कांग्रेस की है. हालांकि, अब शासन बदलेगा, तब इन सब मुद्दों की जांच करवाई जाएगी और कार्रवाई भी होगी.
क्या टिकट नहीं मिलने की नाराजगी थी? : पंकज मेहता ने कहा कि मैंने लाडपुरा से आवेदन किया था, लेकिन टिकट के लिए विशेष प्रयास नहीं किया. मैं पद लोलुपतावादी नहीं हूं. कांग्रेस पार्टी ने टिकट के लिए गलत निर्णय किया, इसके लिए वे जानें. ऐसे निर्णय भी उन्होंने किए जिससे मेरे मन को गहरा आघात लगा है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को लेकर उन्होंने कहा कि एरोड्रम सर्किल, घोड़े वाला बाबा सर्कल और कोटड़ी को नजदीक जाकर देख लीजिए, किस तरह से जाम लग जाता है. पैसे की बर्बादी हुई है और इसमें जमकर भ्रष्टाचार भी हुआ है. वहां पर लगा जाम उनके विकास की पोल खोल देता है. कांग्रेस झूठे वादे और घोषणाएं चुनाव से एन वक्त पर दिए हैं. यह सब जनता समझ चुकी है. दूसरी तरफ नेतृत्व का भी बिखराव हो गया है. कांग्रेस में आपसी फूट का माहौल है, यह तो जग जाहिर है.
सीएम से नजदीकी पर यह बोले: सीएम से नजदीकी थी, फिर ऐसा क्या घटनाक्रम हुआ? इस सवाल के जवाब में पंकज मेहता ने कहा कि सीएम से नजदीकी थी, इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री के निर्णय से ऐसा लगता है कि उन्हें हमारी आवश्यकता नहीं है. अब इसका जवाब देना उचित भी नहीं लगता है, जो घटित हुआ उसपर बोलना ठीक नहीं है. मैं हमेशा से मर्यादा का पालन करता रहा हूं. लंबे समय से मेरे संबंध रहे हैं, इसीलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ नहीं बोलूंगा.
