नकली शराब बनाने के कारखाने का पर्दाफाश, 1350 लीटर नकली शराब जब्त

नकली शराब बनाने के कारखाने का पर्दाफाश, 1350 लीटर नकली शराब जब्त
कोटा के विवेकानंद नगर में पुलिस ने नकली शराब बनाने के कारखाने का पर्दाफाश किया है. यहां से पुलिस ने 1350 लीटर नकली शराब जब्त की गई है.
कोटा. शहर के विवेकानंद नगर में पुलिस ने बड़ी मात्रा में नकली शराब बरामद की है. जिसे एक घर में ही फैक्ट्री चला कर बनाया जा रहा था. साथ ही शहर व ग्रामीण इलाकों में बेचा भी जा रहा था. इसके साथ ही वर्तमान में राजस्थान में चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इस देसी शराब का उपयोग किया जाना सामने आ रहा है. शराब की फैक्ट्री संचालित करने वाले लोगों को इसकी सूचना पहले ही मिल गई थी. इसीलिए वह घर को लॉक करके फरार हो गए थे.
पुलिस ने कार्रवाई के बाद इस घर से नकली शराब के नमूने भी लिए हैं. जिस स्प्रिट से ही तैयार किया जा रहा था. पुलिस उपाधीक्षक चतुर्थ हर्षराज सिंह खरेड़ा का कहना है कि यह कार्रवाई आरकेपुरम थाने के कांस्टेबल गोविंद के इनपुट के आधार पर की गई है. उन्हें सूचना मिली थी और उन्होंने ही सारी सूचना एकत्रित की. जिसके बाद पुलिस एसएचओ बाबूलाल व उनकी टीम आज जब यहां पर पहुंची, तो घर के ताला लगा हुआ था. इसके बाद वारंट लेकर घर की तलाशी ली गई. जिसमें नकली शराब का बड़ा जखीरा बरामद हुआ है.
उनका कहना है कि पुलिस को मौके से ड्रम में भरी 1350 लीटर नकली शराब मिली है. यह घर जितेंद्र उर्फ जीतू मीणा पुत्र बाबूलाल निवासी बापवर रोड सांगोद ने किराए पर लिया हुआ था. जबकि यह मकान बारां के शीतला चौक निवासी राकेश नागर का है. पुलिस को घर से खाली पव्वे, लेबल, कार्टून और ढक्कन सहित पैकिंग की पूरी सामग्री मिली है. इसके अलावा दो दोपहिया वाहन भी पुलिस को मिले हैं. डीएसपी खरेड़ा का कहना है कि इस शराब को असली बताकर मार्केट में सप्लाई किया जा रहा था. साथ ही चुनाव के दौरान भी मतदाताओं को यह पिलाई जाने का अंदेशा है. कोटा शहर एसपी शरद चौधरी ने उन्हें 21000 के नकद इनाम से सम्मानित किया है.
पड़ोसियों को नहीं थी भनक, बदबू रोकने के लिए परफ्यूम का यूज: आज सुबह से ही पुलिस ने इस पूरे नकली शराब बनाने के कारखाने पर छापा डाला था. हालांकि आसपास के लोगों को इसकी भनक नहीं थी. घर से एक नंबर प्लेट भी पुलिस ने बरामद की है. वाहनों में नंबर प्लेट बदलकर रात के समय इस नकली शराब की सप्लाई कर रहे थे. पड़ोसियों के मुताबिक इस मकान में दो महिलाएं भी रहती थीं. जिनमें से एक ज्यादा ही धार्मिक प्रवृति की थी. पड़ोसियों को अवैध शराब की बदबू नहीं आए, इसके लिए डियो और परफ्यूम का बड़ी संख्या में उपयोग किया जाता था. हर कमरे में बड़ी मात्रा में परफ्यूम और डियो रखी हुई थी.
