सूरजगढ़ सीएचसी का कमाल, डॉक्टरों ने 6 दिन के नवजात का ब्लड ट्रांसफ्यूजन कर बचाई जान

author img

By

Published : Jul 31, 2021, 8:41 PM IST

Updated : Jul 31, 2021, 9:08 PM IST

Surajgarh CHC, Jhunjhunu news

सूरजगढ़ सीएचसी (Surajgarh CHC) राजस्थान की दूसरी CHC बन गई है, जहां ब्लड ट्रांसफ्यूजन (blood transfusion) किया गया. डॉक्टरों ने 6 दिन के नवजात का ब्लड ट्रांसफ्यूजन कर जान बचाई.

सूरजगढ़ (झुंझुनू). चिकित्सकों को धरती के भगवान की संज्ञा यूं ही नहीं दी जाती. एक बार फिर सूरजगढ़ सीएचसी में डॉक्टर ने एक छह दिन के नवजात का ब्लड ट्रांसफ्यूजन करते हुए उसकी जान बचाई. चिकित्सीय टीम ने 3 घंटे के जटिल ऑपरेशन के बाद नवजात का दूषित खून बदला.

सूरजगढ़ सीएचसी प्रदेश की दूसरी सीएचसी बनी, जिसमें एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन कर नवजात की जान बचाई गई हो. सूरजगढ़ के निकटवर्ती गांव कुम्हारो के बास गांव के राजवीर की पत्नी सपना ने छह दिन पूर्व ब्लॉक की काजड़ा पीएचसी में प्रसव कराते हुए लड़के को जन्म दिया था. नवजात मासूम की तबियत खराब होने पर शुक्रवार को परिजन उसे लेकर सूरजगढ़ सीएचसी में आए.

सूरजगढ़ सीएचसी में ब्लड ट्रांसफ्यूजन

यह भी पढ़ें. कांग्रेस जन घोषणा पत्र की समीक्षा बैठक, ताम्रध्वज साहू ने कहा 80 फीसदी काम पूरा

सूरजगढ़ सीएचसी में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हरेंद्र धनकड़ ने मासूम की जांच कराई तो वो पीलिया ग्रस्त मिला. पीलिया उसके पूरे शरीर में फैल चूका था. डॉ. हरेंद्र धनखड़ ने नवजात के परिजनों को उसे हायर सेंटर लेकर जाने की बात कही. परिजनों की आर्थिक स्थिति को समझते हुए डॉ. हरेंद्र धनकड़ ने सीएचसी प्रभारी डॉ. पंकज वर्मा को मामले से अवगत कराया. अपना चिकित्सीय धर्म निभाते हुए सीएचसी में ही बच्चे ब्लड एक्सचेंज ट्रांसफ्यूजन करने का निर्णय लिया.

सीएचसी में गहन शिशु इकाई में डॉ. हरेंद्र धनकड़ ने डॉ. पंकज, डॉ. विकास बेनीवाल, विक्रम सैनी आदि की टीम के साथ ब्लड ट्रांसफ्यूजन का कार्य शुरू कर दिया. करीब तीन घंटे तक चले जटिल ऑपरेशन के बाद डॉ. हरेंद्र धनखड़ ने नवजात के शरीर से पूरा दूषित खून निकाला.

यह भी पढ़ेंः लापरवाही क्यों? लॉन्ग टर्म वीज़ा पर आए 120 विदेशी नागरिकों को नहीं ढूंढ़ पा रही गहलोत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा

ब्लड बैंक से मंगवाए शुद्ध खून चढ़ाकर नवजात की जान बचाई. नवजात की जान बची देख उसकी माता सपना की आंखें भर आई. नवजात की माता और अन्य परिजनों ने घर के बुझते चिराग की जान बचाने पर डॉ. हरेंद्र धनकड़ और सीएचसी की पूरी टीम को दिल से दुआएं देते हुए आभार जताया.

Last Updated :Jul 31, 2021, 9:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.