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जिला कारागृह में बंद कैदी की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने लगाया मारपीट का आरोप

झालावाड़ के जिला कारागृह में बंद एक स्थाई वारंटी कैदी की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 8, 2023, 6:33 PM IST

Updated : Sep 8, 2023, 11:26 PM IST

prisoner death during treatment
कैदी की इलाज के दौरान मौत
स्थाई वारंटी कैदी की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान

झालावाड़. जिला कारागृह में बंद स्थाई वारंटी कैदी की शुक्रवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. अस्पताल चौकी प्रभारी महेंद्र मीणा ने बताया कि जिला कारागृह में बन्द वारंटी कैदी को 4 सितंबर को इलाज के लिए जिला कारागृह से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

जिला कारागृह के जेलर शंकर लाल ने बताया कि 33 वर्ष पुराने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट के मामले में बंद 65 वर्षीय कोटड़ा निवासी लक्ष्मण को जेल में आचानक तबीयत बिगड़ने के कारण 4 सितंबर को जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया था. जहां डॉक्टरों की निगरानी में उसका उपचार किया जा रहा था. शुक्रवार को उपचार के दौरान बंदी की मौत हो गई. शव को मोर्चरी में रखवाया गया है. परिजनों के पहुंचने पर मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें: Dholpur Jail News : अस्पताल में इलाज के दौरान कैदी की मौत, जांच में जुटी पुलिस...

वहीं मोर्चरी में पहुंचे मृतक के बड़े भाई प्रहलाद ने पुलिस व जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि लक्ष्मण एक सामाजिक व्यक्ति था. जिसका गांव में किसी से झगड़ा नहीं था. किसी झूठे मामले में पुलिस-प्रशासन ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया. आज 30 सालों बाद मृतक की फाइल खोली गई है. ऐसे में पुलिस की गलती की सजा आम जनता को भुगतनी पड़ रही है. इस दौरान उन्होंने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दिनों लक्ष्मण से मिलने गांव का व्यक्ति पहुंचा था. उस दौरान लक्ष्मण ने जेल में उसके साथ मारपीट करने तथा मिलने के लिए पैसा लेने का आरोप जेल प्रशासन पर लगाया गया था.

स्थाई वारंटी कैदी की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान

झालावाड़. जिला कारागृह में बंद स्थाई वारंटी कैदी की शुक्रवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. अस्पताल चौकी प्रभारी महेंद्र मीणा ने बताया कि जिला कारागृह में बन्द वारंटी कैदी को 4 सितंबर को इलाज के लिए जिला कारागृह से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

जिला कारागृह के जेलर शंकर लाल ने बताया कि 33 वर्ष पुराने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट के मामले में बंद 65 वर्षीय कोटड़ा निवासी लक्ष्मण को जेल में आचानक तबीयत बिगड़ने के कारण 4 सितंबर को जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया था. जहां डॉक्टरों की निगरानी में उसका उपचार किया जा रहा था. शुक्रवार को उपचार के दौरान बंदी की मौत हो गई. शव को मोर्चरी में रखवाया गया है. परिजनों के पहुंचने पर मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें: Dholpur Jail News : अस्पताल में इलाज के दौरान कैदी की मौत, जांच में जुटी पुलिस...

वहीं मोर्चरी में पहुंचे मृतक के बड़े भाई प्रहलाद ने पुलिस व जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि लक्ष्मण एक सामाजिक व्यक्ति था. जिसका गांव में किसी से झगड़ा नहीं था. किसी झूठे मामले में पुलिस-प्रशासन ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया. आज 30 सालों बाद मृतक की फाइल खोली गई है. ऐसे में पुलिस की गलती की सजा आम जनता को भुगतनी पड़ रही है. इस दौरान उन्होंने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दिनों लक्ष्मण से मिलने गांव का व्यक्ति पहुंचा था. उस दौरान लक्ष्मण ने जेल में उसके साथ मारपीट करने तथा मिलने के लिए पैसा लेने का आरोप जेल प्रशासन पर लगाया गया था.

Last Updated : Sep 8, 2023, 11:26 PM IST
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