कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड मामला: BJP प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने सीमा पर रोका, धरने पर बैठे बीजेपी नेता
Updated on: Jul 13, 2021, 7:45 PM IST

कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड मामला: BJP प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने सीमा पर रोका, धरने पर बैठे बीजेपी नेता
Updated on: Jul 13, 2021, 7:45 PM IST
कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड में परिवार से मिलने जा रहे बीजेपी नेताओं को पुलिस और प्रशासन ने बॉर्डर पर ही रोक दिया. इसके बाद बीजेपी नेता रोड पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान बीजेपी नेताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हो गई.
झालावाड़. जिले में झालरापाटन में हुए कृष्णा वाल्मीकि हत्याकांड का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मंगलवार को राजस्थान भाजपा के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को झालरापाटन स्थित पीड़ित के घर जाना था, लेकिन देवरीघटा बॉर्डर पर ही पुलिस और प्रशासन ने उन्हें रोक दिया.
पुलिस ने राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर, प्रदेश महासचिव मदन दिलावर और सासंद सीपी जोशी को जिले में धारा 144 लागू होने की बात कहकर रोक दिया. इसपर मदन दिलावर, अल्का गुर्जर और सीपी जोशी रोड पर ही धरने पर बैठ गए. इस दौरान बीजेपी नेताओं की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हो गई. धरने के कारण नेशनल हाईवे नंबर 52 पर ट्रैफिक जाम भी हो गया.
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सांसद सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में राजस्थान में जंगलराज हो गया है. जहां पर पुलिस दलितों की हत्या करने वाले आरोपियों को पकड़ती नहीं है और वो जनप्रतिनिधि जो मृतक के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करने जा रहे हैं, उनको रोक देती है. उन्होंने झालावाड़ प्रशासन पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
सीपी जोशी ने कहा कि जिले का प्रभारी मंत्री कार्यक्रम करके जा रहा है जबकि पीड़ित के परिजनों को सांत्वना देने जा रहे सांसद और विधायक को रोक दिया जाता है. उन्होंने कहा कि जितनी ताकत पुलिस हमें रोकने में लगा रही है उतनी ताकत अगर अपराधियों को रोकने में लगाती तो ये नौबत नहीं आती.
बता दें, इससे पहले मंगलवार को यह प्रतिनिधिमंडल कोटा सर्किट हाउस पहुंचा था, जहां से ये झालावाड़ जाने की तैयारी में थे. लेकिन सर्किट हाउस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात होने के कारण वे अलग-अलग वाहनों में सवार होकर सर्किट हाउस से रवाना हो गए थे.
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इस दौरान भाजपा की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर (Alka Gurjar) ने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि राजस्थान में अपराध बढ़ता ही जा रहा है और पुलिस (Rajasthan Police) की क्राइम रिपोर्ट इसे सत्यापित कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) डेढ़ महीने से क्वॉरेंटाइन हैं. उन्होंने सीएम गहलोत (Ashok Gehlot) पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे गृह मंत्रालय संभल नहीं रही है. कुर्सी मंत्री की हैसियत से वे 2 वर्षों से काम कर रहे हैं. कुर्सी मंत्रालय के माध्यम से कुर्सी बचाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से इस्तीफे की मांग की.
वहीं, झालावाड़ में धार्मिक भावनाएं भड़काने का एक मुकदमा भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधायक मदन दिलावर (Madan Dilawar) के खिलाफ दर्ज किया गया है. यह मुकदमा झालरापाटन में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की शिकायत पर दर्ज हुआ है. इस पर विधायक मदन दिलावर ने कहा था कि यह मेरे को जानकारी में नहीं है, लेकिन चर्चा में आया है. मैंने सुना है कि मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है.
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दिलावर ने कहा कि धार्मिक भावनाएं किसे कहते हैं यह मैं नहीं समझता हूं, लेकिन दुष्कर्मियों और हत्यारों के खिलाफ बोलना अगर धर्मिक भावनाएं भड़काना है तो मैं हजार बार बोलूंगा. उन्होंने कहा कि मैं आतंकवादी, दुष्कर्मी, चोर और गुंडों के खिलाफ भी बोलूंगा.
बता दें, रवि और सागर कुरैशी में वर्चस्व की लड़ाई थी. इनमें रंजिश चल रही है. 18 जून को रवि ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सागर कुरैशी पर हमला किया था. मामले में पुलिस ने रवि और उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसके बाद से ही सागर कुरैशी अपने साथ हुई मारपीट का रवि से बदला लेना चाहता था, लेकिन उसके गिरफ्तार होने के बाद सागर ने अपने साथियों के साथ रवि के साथी कृष्णा पर हमला कर दिया था.
सागर ने रवि के दोस्त कृष्णा पर 1 जुलाई को अपने साथियों के साथ मिलकर जानलेवा हमला कर दिया. वारदात में कुल आठ बदमाश शामिल बताए गए. इनमें से एक ने वीडियो बनाया, ताकि लोगों में दहशत बनाई जा सके. बाकी सात बदमाशों ने कृष्णा को सड़क पर पटक कर ताबड़तोड़ हमले किए. घायल कृष्णा को एसआरजी अस्पताल लाया गया, जहां से कोटा और वहां से जयपुर रेफर कर दिया था. 6 जुलाई को जयपुर में इलाज के दौरान कृष्णा ने दम तोड़ दिया था, जिसके बाद 7 जुलाई को युवक का भारी पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया था. इसके बाद से ही यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.
