जयपुर की तेजस्वी को मिली अंतर्राष्ट्रीय पहचान, पेरिस में ला लिस्टे से मिला पेस्ट्री टैलेंट ऑफ द ईयर अवार्ड

जयपुर की तेजस्वी को मिली अंतर्राष्ट्रीय पहचान, पेरिस में ला लिस्टे से मिला पेस्ट्री टैलेंट ऑफ द ईयर अवार्ड
राजधानी जयपुर की तेजस्वी चंदेला ने 'पेस्ट्री टैलेंट ऑफ द ईयर अवार्ड' जीता है. इस प्रतियोगिता को ला लिस्टे पेरिस की ओर से आयोजित किया गया था. चंदेला भारत की पहली पेस्ट्री शेफ हैं जिन्हें ये पुरस्कार मिला है.
जयपुर. राजधानी की तेजस्वी चंदेला ने ला लिस्टे पेरिस की ओर से आयोजित 'पेस्ट्री टैलेंट ऑफ द ईयर अवार्ड' जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. चंदेला भारत की पहली पेस्ट्री शेफ हैं जिन्हें ये पुरस्कार मिला है. तेजस्वी स्थानीय और स्वदेशी इंग्रेडिएंट्स, पारंपरिक भारतीय मिठाई वालों और उनके अनूठे तरीकों से प्रेरणा लेकर इसे मॉर्डन पेस्ट्री तकनीकों के साथ जोड़कर इनोवेटिव पेस्ट्रीज तैयार करती है.
पेरिस का ला लिस्टे हजारों पब्लिकेशन, गाइडबुक्स और लाखों ऑनलाइन रिव्यूज के आधार पर रेस्टोरेंट, पेस्ट्री शॉप्स और होटलों में से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रेस्टोरेंट और होटल्स का चयन करता है. इस बार ला लिस्टे की ओर से आयोजित पेस्ट्री टैलेंट ऑफ द ईयर अवार्ड को एक भारतीय ने अपने नाम किया है. अवार्ड जीतने वाली तेजस्वी चंदेला ने बताया कि 10 साल की मेहनत का परिणाम है कि आज उन्हें एक ग्लोबल फेम मिली है. शुरुआत से वह कुछ यूनिक करना चाहती थी. इसलिए इस तरह के कंपीटीशन के बारे में जानकारी भी प्राप्त की. फिर इंडिया इन मॉडर्न पेस्ट्री पर विशेषज्ञता हासिल की. हालांकि गुलाबी नगरी की पारंपरिक मिठाइयां जैसे घेवर, बूंदी, मोहनथाल बनाना बेहद कठिन है. लेकिन उन्हें अपने पेस्ट्री बनाने के हुनर से जोड़ा जिसे दूसरे देशों के लोगों ने पसंद भी किया. ऐसे में वो जयपुर की इस परंपरा को आगे बढ़ाने में जुटी हैं.
उन्होंने बताया कि भारतीय और आधुनिक पेस्ट्री में कुशलता का प्रदर्शन करते हुए आज उन्हें ये मुकाम हासिल हुआ है. उन्होंने अपनी जर्नी की शुरूआत पेरिस के ले कॉर्डन ब्लू से शिक्षा हासिल करके की थी. इसके बाद महज 22 साल की उम्र में एक कैफ़े शुरू कर स्टैंडअलोन फ्रेंच पेटिसरी के रूप में गौरव हासिल किया. इन उपलब्धियों ने उन्हें पेस्ट्री और चॉकलेट विशेषज्ञता के ऐसे मुकाम पर पहुंचा दिया है, जिससे वो भारत की टॉप पेस्ट्री शेफ में से एक बन गई हैं.
