राशन घोटाले में 553 सरकारी कर्मचारी डकार गए गरीबों का अनाज, अब हो रही वसूली

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Published : Sep 24, 2021, 9:31 PM IST

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राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित लाभार्थियों के हिस्से का अनाज डकारने के मामले में 553 सरकारी कर्मचारियों से वसूली शुरू हो गई है. दोषी कर्मचारियों से 27 रुपये किलो के हिसाब से वसूली की जा रही है.

बस्सी (जयपुर). राजस्‍थान में सरकारी कर्मचारी और अन्य धन्नासेठोंं ने मिलकर गरीबों के हक पर डाका डाला और उनके मुंह का निवाला भी छीन लिया. जानकारी के मुताबिक राजधानी जयपुर के बस्सी उपखंड में 553 ऐसे सरकारी कर्मचारी हैं जो सरकारी सेवा में होने के बावजूद गरीबों के हक का गेहूं डकार गए हैं.पूर्व में जब यह मामला विधानसभा मे उठा तो खाद्य मंत्री ने संबधित अधिकारियों एवं विभागों को प्रदेश के ऐसे कर्मचारियों की जांच करने के निर्देश दिये थे.

इसके बाद जांच हुई तो बस्सी उपखंड में भी 553 ऐसे कर्मचारी मिले जो एनएफ़एसए में फर्जी रजिस्टर्ड थे और कई महीनों से गरीबों के हक का गेहूं ले रहे थे. प्रदेश में बस्सी उपखंड भी ब्लाक में शामिल है जो वसूली की कार्रवाई में पीछे है.

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ये है मामला

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित लाभार्थियों को दो रुपये किलो गेहूं सरकार की ओर से दिया जाता है ताकि गरीबों को रोटी के लिए न भटकना पड़े. गरीबों के हक का गेहूं उठाने वाले सरकारी कर्मचारियों से सरकार अब सख्ती से वसूली कर रही है. बस्सी उपखंड में फर्जी तरीकों से गेहूं उठाने वाले कर्मचारियों को सबसे पहले अप्रैल 2021 में नोटिस भेजकर वसूली का पैसा जमा करवाने को कहा था और अब एक बार उपजिला कलेक्टर एवं उपजिला मजिस्ट्रेट बस्सी की ओर से 10 सितम्बर को गरीबों का गेहूं डकारने वाले कार्मिकों को नोटिस भेजकर 27 रुपये प्रति किलो के हिसाब से अब तक उठाए गए गेहूं की रकम आज दिनांक तक जमा करवाने को कहा है.

लोगों को नोटिस मिलते ही उपखंड कार्यालय में अब लोग वसूली की रकम जमा करवाने के बाद चालान की कॉपी के साथ ही संबंधित दस्तावेज जमा करवा रहे हैं ताकि उनके खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हो.

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