आंदोलन पर उतरे होमगार्ड के जवान, सरकार को याद दिलाया 4 साल पुराना वादा

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Published : Dec 28, 2022, 4:21 PM IST

आंदोलन पर उतरे होमगार्ड के जवान

प्रदेश के होमगार्ड जवानों ने भी राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा (Home Guard jawans on strike in Jaipur) खोला है. नियमित रोजगार सहित अन्य मांगों को लेकर जवानों ने शहीद स्मारक पर धरना दिया. उन्होंने चेतावनी दी है कि सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं देती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

आंदोलन पर उतरे होमगार्ड के जवान

जयपुर. पुलिस प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कानून व्यवस्था सुचारू रखने और आपदा से निपटने के (Home Guard jawans on strike in Jaipur) लिए तैयार प्रदेश के 30 हजार से ज्यादा होमगार्ड के जवान अब अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. कांग्रेस सरकार के 4 साल पूरे होने के बाद भी उनसे किया वादा पूरा नहीं होने पर होमगार्ड जवान राजधानी के शहीद स्मारक पर जुटे. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने मांगों पर सकारात्मक रुख नहीं दिखाया तो उग्र आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी.

राजस्थान होमगार्ड कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष झलकन सिंह राठौड़ ने बताया (Home Guard jawans Against Gehlot Govt) कि होमगार्ड जवान लंबे समय से नियमित रोजगार की मांग करते आ रहे हैं. यदि जयपुर जिले को छोड़ दें तो होमगार्ड जवानों को राजस्थान के अन्य जिलों में वर्ष भर में मात्र तीन से चार माह की ड्यूटी ही मिल पाती है. ऐसी स्थिति में होमगार्ड जवान अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर पा रहे हैं. आवश्यक ड्यूटी के नाम पर होमगार्ड जवानों को बीच-बीच में पाबंद कर बुला लिया जाता है. जिससे वो स्वरोजगार से भी वंचित हो जाते हैं.

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नियमितीकरण की मांग : झलकन ने बताया कि होमगार्ड जवानों ने राजस्थान के लगभग सभी विधायकों को ज्ञापन सौंपकर अपनी पीड़ा सुनाई. जिसमें से लगभग 90 विधायक और मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को होमगार्ड रूल्स एक्ट 1962-63 में संशोधन कर नियमितीकरण करने के लिए पत्र लिखकर सिफारिश भी की है. लेकिन आज तक होमगार्ड जवानों की मांगों की तरफ सरकार ने ध्यान नहीं दिया. मजबूरन अब इन जवानों को आंदोलन की राह पर उतरना पड़ा है.

झलकन सिंह बताया कि ने राजस्थान में बजट सत्र 2022 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 12 हजार होमगार्ड जवानों को कानून व्यवस्था और सरकारी कार्यालयों में लगाने की घोषणा भी की थी. लेजिन आज तक वो भी लागू नहीं की गई. सरकार के 4 वर्ष बीत चुके हैं. सरकार ने होमगार्डों के हित में एक भी कदम नहीं उठाया. इन 4 वर्षों में होमगार्ड के न तो मानदेय में बढ़ोतरी की और न ही पूरा रोजगार दिया. जबकि सत्ता में आने से पहले उनसे नियमितीकरण का वादा भी किया गया था. इससे होमगार्ड जवान हतोत्साहित हैं. झलकन ने कहा कि जवान अपने भविष्य को लेकर निराश हैं. यही निराशा आक्रोश के रूप में मंगलवार को शहीद स्मारक पर भी देखने को मिली है. आगे यदि सरकार उपयुक्त कार्रवाई नहीं करती है तो आंदोलन और तेज किया जाएगा.

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ये हैं मांगें : (Demands of Home Guard jawans)

  • मुख्यमंत्री की बजट घोषणा 2022 को लागू करते हुए होमगार्ड जवानों को परिवार के पालन पोषण के लिए 12 महीने नियमित ड्यूटी दी जाए.
  • होमगार्ड में प्रचलित नवीनीकरण प्रथा को बंद किया जाए.
  • राज्य सरकार 58 वर्ष तक सेवा अवधि के आदेश जारी करे.
  • होमगार्ड जवानों के लिए ईएसआई पीएफ की सुविधा लागू की जाए.
  • सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की पालना करते हुए अन्य राज्यों की तरह महंगाई भत्ता राजस्थान में भी लागू किया जाए.
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