जयपुर. प्रदेश में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव को लेकर मतदान होना है. इससे पहले सभी प्रत्याशी अपने क्षेत्र के एक-एक घर, एक-एक वोटर तक जनसंपर्क करना चाहेंगे, लेकिन ये चुनौती आसान नहीं होगी. ऐसा करने के लिए प्रत्याशी को हर दिन औसतन 4 हजार 794 घरों में दस्तक देनी होगी तब जाकर 16 हजार 471 वोटर से एक दिन में संपर्क कर सकेंगे.
मतदान को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो गई है, लेकिन जयपुर में बीजेपी हो, कांग्रेस हो या फिर किसी भी अन्य दल का प्रत्याशी, उनके लिए चुनावी जनसंपर्क आसान नहीं रहने वाला. हर घर दस्तक देना और हर एक वोटर से मिलना प्रत्याशियों के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा. जिन विधानसभा सीटों पर नए प्रत्याशी जोर आजमाइश कर रहे हैं, उन्हें ज्यादा मशक्कत करनी पड़ेगी.
पुराने चेहरों को करनी होगी कम भागदौड़ : दरअसल, शहर की 10 विधानसभा सीटों में कुल 28.98 लाख वोटर हैं यानी हर विधानसभा सीट पर औसत 2.80 लाख मतदाता हैं. एक प्रत्याशी को हर दिन सभी लोगों तक पहुंच बनाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी. औसतन एक प्रत्याशी को हर दिन लगभग 16 हजार 471 मतदाताओं से संपर्क करना होगा. हालांकि जो प्रत्याशी पुराना चेहरा है या पूर्व में क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं, उन्हें दूसरे प्रत्याशियों की तुलना में कम भागदौड़ करनी पड़ेगी.
इन क्षेत्रों में वोटर्स की संख्या अधिक : जयपुर शहर के हेरिटेज निगम क्षेत्र में हवा महल, किशनपोल, सिविल लाइंस, आदर्श नगर और आमेर विधानसभा सीट आती है. इसमें बड़ी आबादी पुराने क्षेत्र में रहती है. यहां वोटर की संख्या भी कम है, जिनसे संपर्क करना आसान कहा जा सकता है. वहीं, ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में आने वाली बगरू, सांगानेर, मालवीय नगर, विद्याधर नगर और झोटवाड़ा क्षेत्र फैला हुआ है. वोटर्स की संख्या भी ज्यादा है. ऐसे में यहां संपर्क करने के लिए प्रत्याशी को ज्यादा भागदौड़ करनी होगी. बता दें कि राजधानी में करीब 8.15 लाख घर हैं और हर विधानसभा क्षेत्र में औसतन 81 हजार 500 मकान हैं. ऐसे में 17 दिन प्रत्याशी को बिना रुके 4 हजार 794 घर तक पहुंचना होगा. हवा महल और झोटवाड़ा में तो दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशी नए चेहरे हैं. ऐसे में यहां दोनों प्रत्याशियों को घर-घर पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी होगी.