मर्डर केस में फरार 50 हजार का इनामी बदमाश वरुण चौधरी गिरफ्तार, सीआईडी क्राइम ब्रांच टीम ने दबोचा

मर्डर केस में फरार 50 हजार का इनामी बदमाश वरुण चौधरी गिरफ्तार, सीआईडी क्राइम ब्रांच टीम ने दबोचा
राजस्थान पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच टीम ने हत्याकांड के मामले में फरार 50000 रुपए का इनामी बदमाश विकास चौधरी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपी विकास अजमेर में हत्याकांड मामले में लंबे समय से फरार चल रहा था.
जयपुर. राजस्थान पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच टीम को शनिवार को बड़ी कामयाबी मिली है. क्राइम ब्रांच की टीम ने मर्डर के मामले में 50 हजार रूपए के इनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है. एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के निर्देशन में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
शनिवार को सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम ने जयपुर की सिंधी कैंप बस स्टैंड से आरोपी को डिटेन करके अजमेर पुलिस को सुपुर्द किया है. आरोपी के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट समेत दर्जनों मुकदमे अजमेर, भरतपुर, नागौर और दिल्ली में दर्ज हैं. आरोपी राजस्थान के 10 सर्वाधिक वांटेड अपराधियों में शामिल है.
इस तरह पकड़ा गया बदमाश वरुण: एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के मुताबिक राजस्थान पुलिस मुख्यालय की सीआईडी क्राइम ब्रांच टीम ने शनिवार को राजस्थान के 10 सर्वाधिक वांछित अपराधियों में शुमार 3 साल से फरार गैंगस्टर वरुण चौधरी को जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड से डिटेन करके अजमेर की किशनगंज थाना पुलिस को सुपुर्द किया है. वरुण चौधरी पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था. विधानसभा चुनाव के बीच मादक पदार्थ तस्करों और अवैध गतिविधियों में लिप्त अपराधियों की धर पकड़ के लिए पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच टीम अलग-अलग शहरों में भेजी गई थी. इस दौरान पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम को सूचना मिली थी कि इनामी गैंगस्टर वरुण चौधरी मथुरा से जयपुर होते हुए गुजरात के सोमनाथ जा रहा है. सूचना पर आईजी प्रफुल्ल कुमार के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश के नेतृत्व में पुलिस की टीम को रवाना किया गया. भरतपुर से टीम ने गैंगस्टर का पीछा करते हुए जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड पर दबोच लिया.
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गैंगस्टर के खिलाफ गंभीर आपराधिक प्रकरण है दर्ज: एडीजी क्राइम दिनेश एमएन के मुताबिक गैंगस्टर वरुण चौधरी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड में फरारी काट रहा था. उन्होंने बताया कि वरूण के खिलाफ अजमेर, नागौर, भरतपुर और दिल्ली में मर्डर, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट समेत 16 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं. वरूण पर अजमेर और नागौर में हत्या के तीन प्रकरण, भरतपुर, दिल्ली में एक दर्जन से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं.
वर्चस्व को लेकर चल रही थी गैंगवार: अजमेर में गैंगस्टर वरुण की एक अन्य गैंगस्टर संजय मीणा के साथ वर्चस्व को लेकर गैंगवार चल रही है. इसके कारण अजमेर में कानून व्यवस्था प्रभावित थी. संजय मीणा की गैंग ने वरुण के चाचा धर्मेंद्र चौधरी की अजमेर में हत्या कर दी थी. बदले की भावना से इसने करीब 2 महीने पहले अपने साथियों को संजय मीणा की हत्या के लिए भेजा था, लेकिन घटना से पहले ही अजमेर पुलिस ने पांच बदमाशों को 6 अवैध हथियारों और भारी मात्रा में कारतूसों के साथ पकड़ लिया था.
