Pilot On Old Scams: पायलट ने उखाड़े गड़े मुर्दे, प्रदेश सरकार को दिलाई ललित मोदी की याद...दी सलाह

Pilot On Old Scams: पायलट ने उखाड़े गड़े मुर्दे, प्रदेश सरकार को दिलाई ललित मोदी की याद...दी सलाह
कांग्रेस में मचा घमासान थमा नहीं है. गहलोत बनाम पायलट चरम पर है. JLF 2023 में शिरकत करने पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री ने अपनी ही पार्टी की सरकार की बांह मरोड़ी है. सीएम गहलोत को उन स्कैण्डल्स की याद दिलाई है जिसे विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने खूब उठाया था (Pilot On Old Scams).
जयपुर. कभी किसान सम्मेलन में तो कभी मीडिया से मुखातिब कांग्रेस नेता सचिन पायलट सीएम अशोक गहलोत सरकार को घेर रहे हैं. पेपर लीक के बाद उन्होंने भ्रष्टाचार के वो मुद्दे उठाए हैं जो तत्कालीन वसुंधरा सरकार के दौर में हुए थे (Pilot On Old Scams). चुनौती भरी सलाह दी है कि अभी भी समय है! जो दिख रहा है अगर उसे सही मानें तो कांग्रेस फिर संकट काल से गुजर रही है.
1 साल का समय शेष- सचिन पायलट आज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में बतौर गेस्ट पहुंचे तो सवालों में घिर गए. यहां भी उन्होंने मौका जाने नहीं दिया और सरल सपाट अंदाज में भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने की सलाह दी. दोहराया कि अभी भी सरकार के पास 1 साल का समय है सरकार उन भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करे जिनके खिलाफ हमने विपक्ष में रहते हुए प्रमाणों के साथ आरोप लगाए थे.
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और याद दिलाए वो मुद्दे- पायलट ने भाजपा शासन के दौरान उठाए मुद्दे गिनवाए. कहा कि जब हम सरकार में नहीं थे उस समय हमने आरोप तथ्यों के साथ लगाए थे. हमारी बात पर लोगों ने विश्वास किया था. हम दिल्ली तक गए थे, खान घोटाला, कालीन घोटाला ,90 बी, ललित मोदी स्कैण्डल आए थे. स्कैम्स की लिस्ट याद दिलाने के बाद पायलट ने उम्मीद के चूर होने की बात इशारों में कही. बोले- मैं उम्मीद करता था कि इतने सालों में हम कोई ठोस कार्रवाई कर पाएंगे. यह कोई बदले की बात नहीं है, जो प्रमाणित घोटाले थे उन पर तो कार्रवाई करते.
मतभेद में संवाद जरूरी- पायलट बोले जो इश्यू बड़े प्रासंगिक है (Pilot Vs Gehlot). कई बार विवादित होते है, लेकिन मुझे लगता है की अभी ज़रूरत है संवाद की. समझने की कि किसी की असहमति भी है तो हम विरोध भी कर सकते है. एक दूसरे के विचारों को समझने की ज़रूरत है लेकिन शालीनता से. मतभेद हो तो एक दूसरे को सुने.
बहुचर्चित Lalit Modi Scandal?: ललित मोदी को IPL शुरू कराने के लिए पहचाना जाता है. 2008 में आईपीएल का आगाज हुआ. धीरे धीरे इसमें कई तरह की अनियमितताएं और घोटाले की खबर आने लगीं. आरोप ललित मोदी पर ही लगा. मोदी पर आईपीएल से अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को फंड ट्रांसफर करने और इसका फायदा पहुंचाने के आरोप लगे. मोदी पर करीबी लोगों को टीमों का मालिक बनाने का भी इल्जाम लगा. जांच हुई तो दोषी पाए गए. जिसके बाद 2013 में बीसीसीआई ने कड़ी कार्रवाई की और उन पर आजीवन बैन लगा दिया. उनके खिलाफ 34 पन्नों की रिपोर्ट में 22 आरोप लगे. मोदी इसके बाद फरार हो गए फिलहाल यूके में हैं. उन पर 125 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है.
