हनुमानगढ़. अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की राज्य कमेटी की बैठक हनुमानगढ़ जंक्शन के कार्यालय में संपन्न हुई. इसकी अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष भुरामल स्वामी ने की. इस अवसर पर प्रदेश महासचिव और पूर्व विधायक पवन दुग्गल ने रिपोर्ट रखी. साथ ही विधायक ने सरकार पर दमनकारी नीति के आरोप लगाये.
बता दें कि बैठक में प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि आज केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण देश और प्रदेश में एक तरफ महंगाई बढ़ रही है. दूसरी तरफ मजदूरों के रोजगार के अवसर समाप्त हो रहे हैं. जिसके कारण गरीब और गरीब हो रहा है. गरीब को विद्युत कनेक्शन के नाम पर जो दिनदयाल ज्योति योजना चलाई गई थी. वह भी सरकार ने बंद कर दी है. आज हालात यह है कि 365 दिन में 100 दिन भी खेत मजदूर को काम नहीं मिलता है, जिसके कारण आम आवाम तबाह हो रहा है. साथ ही किसान की भी बुरी हालत है.
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वहीं समर्थन मूल्य तय करने के बावजूद भी किसान को अपना नरमा दिलवाने के लिए लगातार संघर्ष करना पड़ रहा है, जिसका परिणाम हनुमानगढ़ में देखने को मिल रहा है. मगर जहां किसान और खेत मजदूर लड़ नहीं रहा है. वहां उसका शोषण सरकार के इशारे पर लगातार बढ़ रहा है. इस शोषण को रोकने के लिए खेत मजदूर यूनियन ने तय किया कि प्रदेश भर में हम किसानों को संगठित कर 1 लाख सदस्य बनाएंगे. भूमिहीन किसानों को जमीन देने, मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी 18 हजार महीना देने, किसान की संपूर्ण पैदावार लाभकारी मूल्य पर खरीदने, भूमिहीन परिवारों को आवास के लिए भूमि देने, विद्युत कनेक्शन देने, खाद्य सुरक्षा के दायरे में तमाम गरीबों को शामिल करने की मांग की जाएगी.
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साथ ही किसानों और मजदूरों को समय पर खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने, मनरेगा के अंदर 365 दिन काम, मनरेगा में न्यूनतम मजदूरी बढ़ा करके 300 रुपये प्रतिदिन करने की मांग को लेकर खेत मजदूर प्रदेश भर में आंदोलन चलाएगी. मीटिंग में सीकर, चूरू, बीकानेर, गंगानगर, कोटा, डूंगरपुर उदयपुर, जैसलमेर और जोधपुर से लोग उपस्थित रहे. मीटिंग में तय किया गया कि प्रदेश भर में खेत मजदूरों को संगठित करके खेत मजदूर व्यापक आंदोलन करेगी.