Heavy Rain In Dholpur : तेज बारिश से धौलपुर हुआ जलमग्न, पानी भरने से धंसा रेलवे ट्रैक, 3 घंटे तक बाधित रहा ट्रेनों का आवागमन

Heavy Rain In Dholpur : तेज बारिश से धौलपुर हुआ जलमग्न, पानी भरने से धंसा रेलवे ट्रैक, 3 घंटे तक बाधित रहा ट्रेनों का आवागमन
बीते तीन दिनों से हो रही बारिश ने धौलपुर शहर को पानी-पानी कर दिया है. वहीं, रविवार को रेलवे ट्रैक पर जल भराव के कारण करीब तीन घंटे तक ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा.
धौलपुर. जिले में रविवार सुबह से ही झमाझम बारिश का सिलसिला जारी रहा, जिसकी वजह से धौलपुर शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए. साथ ही रेलवे ट्रैक पर भी पानी भर गया. इस दौरान धौलपुर-हेतमपुर डाउन खंभा संख्या 34/36 के बीच अधिक पानी भरने से पटरी के नीचे मिट्टी धस गई. इसकी वजह से रेलवे का आवागमन करीब तीन घंटे तक बाधित रहा है. सुबह 6 बजकर 40 मिनट पर रुका आवागमन 10 बजकर 50 मिनट पर शुरू हो सका. इस दौरान एक दर्जन से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुई. स्टेशन मास्टर राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि बरसात की वजह से धौलपुर-हेतमपुर डाउन खंभा नंबर 34/36 के बीच जल भराव होने से पटरियों के नीचे मिट्टी धस गई.
रेलवे प्रशासन को तुरंत मामले की भनक लग गई, जिसके बाद झांसी से आने वाली व दिल्ली से आने वाली सभी ट्रेनों को रुकवा दिया गया. मौके पर मेंटेनेंस टीम भेजी गई. रेलवे की मेंटेनेंस टीम ने करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेक के नीचे मिट्टी व गिट्टियों को भरकर रेलवे ट्रैक को दुरुस्त किया. उन्होंने बताया 3 घंटे तक एक दर्जन से अधिक ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा. राजधानी, शताब्दी एक्सप्रेस के साथ ट्रेन नंबर 12627, 12221 12708 एवं 12804 3 से 4 घंटे तक लेट हुई है. इसके अलावा अन्य एक्सप्रेस गाड़ियां भी प्रभावित हुई है. अन्य गाड़ियों की आगरा व झांसी मंडल से रिपोर्ट ली जा रही है. तीन घंटे की मशक्कत के बाद आवागमन को सुचारु किया जा सका.
यात्रियों को हुई असुविधा - धौलपुर-हेतमपुर डाउन खंभा नंबर 34/36 के बीच ट्रैक के नीचे मिट्टी धंसने से ट्रैक पर खड़ी ट्रेनों में सवारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. रेलवे ट्रैक पर सभी ट्रेनें खड़ी रही. झांसी निवासी पैसेंजर अमर सिंह ने बताया कि 3 घंटे ट्रेन लेट होने से सवारियों को खासी दिक्कतें पेश आई. वहीं, स्टेशन मास्टर राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त होने की खबर रेलवे प्रबंधन को समय रहते मिल गई. खबर अगर समय पर नहीं मिलती तो किसी भी प्रकार का बड़ा हादसा हो सकता था. रेलवे की सजकता और पूर्व की तैयारी से बड़ा हादसा होने से टल गया.
