बूंदी. जिले के कापरेन थाना क्षेत्र के रोटेदा गांव में एक किशोर (Crocodile attack on teenager in Bundi) को चंबल नदी में स्नान के लिए जाना भारी पड़ गया. नदी किनारे कपड़ा धोने के क्रम में मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया. जिसमें किशोर का बायां पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गया. इस दौरान किशोर और मगरमच्छ के बीच कुछ मिनटों तक संघर्ष भी चला, आखिरकार किशोर ने हिम्मत दिखाई और किसी तरह से मगरमच्छ को मात देकर वह बाहर निकल आया.
असल में यह घटना सोमवार करीब तीन बजे की है. जिसमें रोटेदा ग्राम निवासी 17 वर्षीय दीपक केवट पुत्र ब्रम्हानंद जख्मी हो गया. जिसे कापरेन अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. जख्मी दीपक ने बताया कि वह घटना के दौरान चंबल नदी के किनारे बैठकर कपड़े धो रहा था. इस बीच नदी में घूम रहे करीब 10 फीट लंबे मगरमच्छ ने उसके बाएं पैर को अपने जबड़े में दबा लिया और उसे खींचकर गहरे पानी में ले गया.
इस हमले के बाद भी उसने हौसला नहीं तोड़ा और पानी में ही मगरमच्छ पर जवाबी हमला किया. उसने अपनी उंगलियों से मगरमच्छ की आंखों पर वार किया और जोर से चिल्लाना शुरू किया. ऐसे में पास में नहा रहे तीन-चार लोग उसकी मदद को सामने आए, जिसके बाद वह किसी तरह से बाहर निकल ही रहा था, ऐन समय पर मगरमच्छ ने दोबारा उस पर हमला बोल दिया. जिसमें किशोर का बायां पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गया.
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लेकिन दीपक ने हिम्मत दिखाते हुए मगरमच्छ की आंखों पर दोबारा वार किया और किसी तरह से बाहर निकल आया. इसके बाद ग्रामीणों की मदद से उसे कापरेन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसके बाएं पैर के अलावा पीठ व अन्य जगहों पर गंभीर चोट लगने की बात कही गई. साथ ही बताया गया कि दीपक के पैर में 30 टांके लगे हैं.
गौर हो कि चंबल नदी में बड़ी तादाद में मगरमच्छ है. कोटा से लेकर सवाई माधोपुर तक का पूरा एरिया चंबल घड़ियाल सेंचुरी में आता है. यहां पर मगरमच्छ और इंसानों के बीच अक्सर संघर्ष के मामले आते रहते हैं.