बारां. वर्तमान समय में जहां प्रत्येक व्यक्ति अपनी स्वार्थ सिद्धि में लगा हुआ है और चंद रूपयों की खातिर इंसान-इंसान के खून का प्यासा हो गया है, ऐसे मे तेल फैक्टी क्षेत्र के एक पार्षद प्रदीप विजय ने सड़क पर (Councillor found precious jewellery on road) मिले लगभग पौने 3 लाख रुपए कीमत के 5 तोला सोने के जेवर लोटाकर न केवल ईमानदारी का परिचय दिया बल्कि इंसानियत की मिशाल पेश की है. उनके इस कार्य में सोशल मिडिया से भी काफी मदद मिली.इसी के जरिए जेवरों के मालिक को ढूंढ़ा जा सका.
पार्षद प्रदीप विजय ने बताया कि राम-जानकी मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर नगर परिषद की टीम के साथ वे सड़क पर साफ-सफाई का कार्य करवा रहे थे. जहां अचानक सड़क पर एक कपड़े में लिपटा हुआ कुछ सामान पड़ा मिला. इसे खोला तो इसमें सोने का हार, मंगल सूत्र के मोती व मंगल सूत्र का पेंडेंट था. पार्षद ने सारे जेवर कोतवाली थाने के सुपुर्द किए. साथ ही पार्षद ने इस बारे में फेसबुक आईडी पर मैसेज शेयर किया.
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इसकी सूचना परिचित प्रेम सिंह मीणा को मिली. प्रेम सिंह ने बताया कि यह सब सामान सदर थाना क्षेत्र के ऊंडा गांव निवासी बाबूलाल गौड़ का है. वे लोग कीमती सामान खोने से विलाप कर रहे थे. जब उनसे उनके सामान के बारे में पूछा गया, तो वही सामान बताया जो सड़क पर मिला था. उसके बाद पार्षद ने बाबूलाल को सामान कोतवाली में जमा कराने की बात कही और थाने जाकर सामान कलेक्ट करने को कहा. बाबूलाल गौड़ और पार्षद कोतवाली पहुंचे और उनके सारे जेवर उनके सुपुर्द किए.
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सामान मिलने पर बाबूलाल ने पार्षद और पुलिस का आभार जताया. उन्होंने बताया कि वे लोग जेवर भारतीय स्टेट बैंक के लॉकर में रखने के लिए गांव से लेकर आये थे. लेकिन बीच रास्ते ही गिर गए. पार्षद की नेकदिली पर बाबूलाल ने कहा कि पार्षद फरिश्ता बनकर आए और सामान वापस मिल गया. इससे लगा कि आज भी ईमानदारी जिंदा है.