पुष्कर के विकास के लिए बनेगा मास्टर प्लान, एंट्री प्लाजा का बदलेगा नाम, अब गहलोत का मिशन 'हिंदुत्व' तैयार

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Published : Nov 30, 2022, 6:45 PM IST

Master plan makes for development of Pushkar

अगले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) होना है. ऐसे में सूबे की दोनों ही बड़ी पार्टियों ने अभी से भी तैयारियां शुरू कर दी है. वहीं, सीएम गहलोत अबकी किसी भी सूरत में बीजेपी को धार्मिक कार्ड नहीं खेलने देना चाहते हैं. यही वजह है कि बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे (Hindu card of BJP) के वेग को रोकने के लिए कांग्रेस की धरातल पर तैयारियां शुरू हो गई हैं.

अजमेर. आगामी चुनाव में बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे के वेग को रोकने के लिए कांग्रेस की धरातल पर तैयारियां जारी है. कांग्रेस धार्मिक स्थलों के विकास और पारंपरिक मेलों को बढ़ावा देने की बातें कर रही है. वहीं, हिंदुओं के सबसे बड़े आस्था के केंद्र पुष्कर के (Hindu card of BJP) समुचित विकास के लिए मास्टर प्लान बनाने का भी (CM Gehlot political plan ready) दावा किया जा रहा है. सूबे के सीएम अशोक गहलोत पुष्कर मेले में पुष्कर के विकास का भरोसा दिलाकर गए थे.

हिंदुओं के तीर्थ में ब्रह्मा की नगरी पुष्कर का विशेष स्थान है. जगतपिता ब्रह्मा के दर्शन और पवित्र सरोवर में पूजा अर्चना करने के लिए हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन पुष्कर आते हैं. पुष्कर के पवित्र सरोवर में गंदा पानी जाने का मुद्दा वर्षो पुराना है. चुनाव नजदीक (CM Gehlot rejuvenate Pushkar) आते ही यह मुद्दा जोर पकड़ने लगता है. खैर, सूबे में कांग्रेस और बीजेपी को 20 वर्षों में 2-2 बार सरकार बनाने के मौके मिले. हर बार सरकारों ने आश्वासन का झुनझुना ही पुष्कर की जनता को पकड़ाया. लेकिन इस बार आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के ब्रह्मास्त्र हिंदुत्व के मुद्दे को प्रदेश की गहलोत सरकार रोकने के लिए पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है.

पुष्कर के विकास के लिए बनेगा मास्टर प्लान

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धार्मिक और तीर्थ स्थलों के विकास और पारंपरिक मेलों पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है. इस बार पुष्कर मेले का उद्घाटन भी पहली बार सीएम अशोक गहलोत ने किया. यानी कांग्रेस बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे के वेग को राजस्थान में कम करने की तैयारी कर रही है. यही वजह है कि हिंदुओं के सबसे बड़े आस्था के केंद्र पुष्कर के विकास की बातें भी होने लगी हैं.प्रदेश की गहलोत सरकार के पास अब 14 माह का समय शेष रह गया है. ऐसे में पुष्कर के विकास और सरोवर में गंदे पानी के जाने की समस्या से निजात दिलाने के लिए सीएम गहलोत ने पुष्कर मेले के दौरान आश्वासन दिया था. जिसको लेकर अब कार्य योजना भी बनने लगी है.

पुष्कर के विकास के लिए बनेगा मास्टर प्लान: सीएम गहलोत के आश्वासन के बाद पुष्कर के विकास और सरोवर की समस्या का हल करने के उद्देश्य से पुष्कर का मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत प्रदेश में जब-जब सीएम रहे हैं, तब-तब पुष्कर का विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान तैयार कर राज्य सरकार को सौपा दिया जाएगा. ताकि पुष्कर का समुचित विकास हो सके और यहां स्थानीयों के साथ ही आने वाले दर्शनार्थियों को भी इसका लाभ मिल सके.

बदलेगा एंट्री प्लाजा का नाम: बातचीत में बोराणा ने कहा कि सीएम गहलोत ने जगत पिता ब्रह्मा मंदिर में बने एंट्री प्लाजा का नाम बदलकर ब्रह्म द्वार करने की इच्छा व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि सरोवर के घाटों के जीर्णोद्धार के साथ ही अब पानी को साफ करने की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके अलावा ड्रेनेज के पानी को रोकने के लिए भी काम शुरू हो चुका है. बोराणा ने कहा कि पुष्करराज सभी तीर्थों के गुरु हैं. पुष्कर की कीर्ति और यश आगे बढ़ता रहे. वहीं, उन्होंने प्रदेश में तीर्थ स्थालों को लेकर आगामी दिनों में बोर्ड बनाने की भी बात कही. बोराणा ने कहा कि खाटू श्याम मंदिर में हुए हादसे से सबक लेते हुए हर मेले में पुख्ता व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि अब किसी भी मेले में दुर्घटना की पुनरावृति नहीं होगी.

दरअसल, बुधवार को राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण (Rajasthan State Fair Authority) के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा पुष्कर में घाची समाज के कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे. यहां मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने पुष्कर के विकास और पारंपरिक मेलों की व्यवस्थाओं के साथ ही अन्य मुद्दों पर खुलकर अपनी बातें रखी. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस में जारी सियासी घमासान पर उन्होंने चुप्पी साध ली.

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