International Pushkar Fair 2023 का ध्वजारोहण के साथ आगाज, 27 नवम्बर तक होगी विभिन्न प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम

International Pushkar Fair 2023 का ध्वजारोहण के साथ आगाज, 27 नवम्बर तक होगी विभिन्न प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2023 का आगाज हो गया है. इसकी शुरूआत ध्वजारोहण के साथ हुई. 27 नवंबर तक यहां विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
अजमेर. अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला 2023 का विधिवत रूप से आगाज ध्वजारोहण के साथ पुष्कर के मेला ग्राउंड में हुआ. मेले के शुभारंभ से पहले विधिवत पूजा-अर्चना की गई. उसके बाद जिला कलेक्टर भारती दीक्षित ने मेला ग्राउंड पर ध्वजारोहण कर मेले का विधिवत शुभारंभ किया. इस अवसर पर पुष्कर के सुप्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथू लाल सोलंकी और उनके शिष्यों ने नगाड़ा वादन करके सब का मन मोह लिया. मेले के पहले दिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी मेला ग्राउंड पर आयोजित की गई.
अजमेर संभागीय आयुक्त सीआर मीणा और जिला कलेक्टर भारती दीक्षित ने पुष्कर मेला ग्राउंड में विधिवत पूजा-अर्चना कर ध्वजारोहण किया. इस दौरान पुलिस बैंड ने स्वरलहरियां बिखेरी. वहीं पुष्कर के प्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथूलाल सोलंकी ने अपने देसी और विदेशी शिष्यों के साथ पुष्कर मेला ग्राउंड में नगाड़ा वादन किया. नगाड़ा वादन से प्रभावित होकर अजमेर कलेक्टर और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने भी नगाड़े पर डंडे की थाप लगाई. मेले में लोक कलाकारों ने अपना प्रदर्शन किया.
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वहीं अश्व पालकों ने भी अपने अश्वों के साथ करतब दिखाए. मेले के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी जुटे. विदेशी पर्यटकों का माला पहनकर स्वागत किया गया. मेले के परंपरागत आगाज को देखते हुए विदेशी पर्यटक भी काफी उत्साहित नजर आए और नाचते-गाते हुए उन्होंने अपनी खुशी जाहिर की.
सामूहिक नृत्य का हुआ प्रदर्शन: पुष्कर में विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने पारंपरिक वेशभूषा में राजस्थानी लोकगीतों पर सामूहिक नृत्य का प्रदर्शन किया. एक साथ सैकडों छात्राओ को नृत्य करते देख देसी-विदेशी पर्यटक भी काफी आकर्षित नजर आए.
मांडणा प्रतियोगिता का हुआ आयोजन: पुष्कर मेला ग्राउंड की दीवारों पर हर वर्ष की भांति इस बार भी मांडणे बनाये गए. मांडणा एक प्राचीन और कलात्मक परंपरा है. इसका उपयोग घरों में हुआ करता था. मांडणा कला अब ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं-कहीं देखने को मिलती है. मांडणा कला को बढ़ावा देने की उद्देश्य से स्थानीय प्रशासन की ओर से पुष्कर मेले में मांडणा प्रतियोगिता का आयोजन होता है. इस प्रतियोगिता में स्थानीय और ग्रामीण क्षेत्र से आई महिलाएं भाग लेती हैं.
घोड़ा बग्गी और ऊंट गाड़ी में प्रशासनिक अधिकारियों ने किया मेला क्षेत्र का भ्रमण: मेला आयोजन समिति की ओर से इस बार पुष्कर मेला क्षेत्र को इको फ्रेंडली बनाने पर जोर दिया गया. यही वजह है कि इस बार प्रशासनिक अधिकारियों को भी मेला भ्रमण के लिए अपने वाहनों की बजाय घोड़ा बग्गी और ऊंट गाड़ियों में सवारी करनी पड़ी. मेले के दौरान देसी-विदेशी पर्यटकों के लिए भी सशुल्क ऊंट गाड़ियों और घोड़ा बग्गियों की व्यवस्था रहेगी. मेला आयोजन समिति ने इस बार से यह नया नवाचार किया है.
यह बोले प्रशासनिक अधिकारी: कलेक्टर भारती दीक्षित ने कहा कि मेले में इस बार विदेशी पर्यटकों की आवक अच्छी है. गत वर्ष पुष्कर पशु मेला लम्पी वायरस की वजह से नहीं हो पाया था. इस बार अच्छी परिस्थितियों में और विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ मेले का आयोजन शुरू किया गया. दीक्षित ने बताया कि पुष्कर मेले में विश्व स्तरीय प्रतियोगिताएं आयोजित होती हैं. मेले में व्यवस्थाओं को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. संभागीय आयुक्त सीआर मीणा ने कहा कि पुष्कर मेले का आगाज ध्वजारोहण के साथ किया गया.
