Ajmer Sharif Urs 2023: उर्स में तकरीर को लेकर तकरार, बरेलवी बोले माहौल खराब कर रहे चिश्ती

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Published : Jan 11, 2023, 11:37 AM IST

Ajmer Sharif Urs 2023

अजमेर शरीफ के 811 वें उर्स (Ajmer Sharif Urs 2023) से पहले ही दो पक्षों के बीच का विवाद सुर्खियों में आ गया है. अंजुमन कमेटी सचिव और बरेलवियों के बीच कहा सुनी का दौर शुरू हो गया है. दोनों एक दूसरे को पाबंद करने की गुजारिश प्रशासन से कर रहे हैं. तकरार ख्वाजा के दरबार में तकरीर और नारेबाजी को लेकर है.

अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज का सालाना उर्स जल्द ही शुरू होगा. इसे लेकर तैयारियां पूरी हैं लेकिन इसी दरमियान दो पक्षों के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. (Ajmer Sharif Urs 2023). अंजुमन कमेटी के सचिव ने प्रशासन को पत्र लिखकर बरेलवी उलेमाओं की दरगाह में कट्टरपंथी तकरीर और नारेबाजी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने सोशल मीडिया पर बयान भी जारी किया है. दूसरी और चिश्ती के बयान को लेकर स्थानीय बरेलवी आला हजरत के अनुयायियों ने अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती को ही पाबंद करने की मांग प्रशासन और पुलिस से उठाई है. उनका आरोप है कि चिश्ती कौमी माहौल को खराब करना चाहते है.

विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती 811 वा उर्स नजदीक है (Khwaja Garib Nawaz URS 2023). उर्स के दौरान दरगाह परिसर में होने वाली तकरीरों में कई उलेमा सलाम और तकरीर पेश करते हैं. इनमें बरेलवी उलेमा भी शामिल हैं. इसी पर दरगाह अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती को आपत्ति है. उन्होंने प्रशासन से बरेलवी उलेमाओं की तकरीर और नारेबाजी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि इनकी तकरीर से माहौल खराब होता है.

चर्चा में चिश्ती का वीडियो- चिश्ती ने अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी जारी किया है. इसको लेकर भी वह निशाने पर आ गए हैं. वीडियो में चिश्ती कह रहे हैं कि दुनिया को मालूम है कि दरगाह में हर धर्म जाति के लोग आते हैं. लिहाजा यहां किसी भी तरह की नारेबाजी न हो. उन्होंने कहा कि यहां कुछ संस्था से जुड़े लोग तकरीर के साथ नारेबाजी भी करते हैं जिस वजह से पहले भी माहौल बिगड़ा है इसलिए मेरी अपील है कि दरगाह में ऐसी कोई हरकत न करें जिससे कि यहां की छवि खराब हो.

'कुछ लोग विवाद न पैदा करें'- चिश्ती ने कहा कि यहां पर नबी और रसूल की शान में ही सलाम पढ़ा जाता है, इसके अलावा यहां कोई भी सलाम नहीं पढ़ा जाता इसलिए यहां कोई भी अपने-अपने सलाम पढ़कर विवाद पैदा न करें. उन्होंने बताया कि सन 2018 में भी इस तरह की रिपोर्ट पुलिस और प्रशासन को दी गई थी. सन 2022 को भी प्रशासन को पत्र लिखा गया था और इस बार भी प्रशासन को पत्र लिखकर बरेलवियों की तकरीर और नारेबाजी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है ताकि किसी किस्म का माहौल खराब न हो और भगदड़ न हो.

फतवे का भी किया जिक्र- चिश्ती ने कहा कि हर खानखाह, हर दरगाह के सदस्य से गुजारिश है कि यहां नबी और रसूल के अलावा कोई भी कलाम और सलाम न पढ़ा जाए. जब दरगाह में रोका जाता है तो बेवजह के फतवे हम पर लगाए जाते हैं. हमारी छवि बिगाड़ने की कोशिश की जाती है. बिना वजह के आरोप लगाए जाते हैं. सभी लोगों को दरगाह के मान सम्मान का ख्याल रखना चाहिए.

क्या कहते हैं बरेलवी- दूसरी ओर बरेलवी आला हजरत के समर्थक अंजुमन कमेटी के सचिव सरवर चिश्ती के बयानों का विरोध कर रहे है. स्थानीय समर्थकों ने भी अंजुमन सचिव सैयद सरवर चिश्ती के बयानों का विरोध जताते हुए प्रशासन से अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती को पाबंद करने की मांग की है. बरेलवी स्थानीय अनुयायी गुलाम मुस्तफा ने कहा कि बरेलवी आला हजरत के अनुयायियों को अजमेर दरगाह में आने से रोकने के संदर्भ में बयान देकर अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती कौमी सौहार्द बिगड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई सभी धर्म के लोगों की आस्था का केंद्र है.

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अंजुमन पर मनमानी का आरोप- मुस्तफा ने आगे कहा- अंजुमन सचिव सैयद सरवर चिश्ती अपनी मनमानी कर रहे हैं, वह कह रहे हैं कि दरगाह में जो वो चाहें वह पढ़ें, हम जो नहीं चाहते वह नहीं पढ़ सकते. यह उनकी मनमानी है. यह बरेलवी आला हजरत के समर्थकों को रोकने की साजिश है. उन्होंने कहा कि बरेलवी रुकेंगे नहीं और अपने दिल के उद्गार हैं वह वो पेश करेंगे. उन्होंने कहा कि इस तरह की अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने तब हरकत की तो वह किस-किस को रोकेंगे.

धमकी-पूरे देश में कराएंगे मुकदमा - उन्होंने बताया कि अंजुमन सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि नबी और रसूल की शान में सलाम दरगाह में पढ़ा जा सकता है. वहीं हरी और सफेद पगड़ी वाले यहां कुछ भी नहीं बोल सकते. उन्होंने कहा कि किसी के बोलने पर रोक लगाना यह कानूनन अधिकार किसी को नहीं है. यहां कोई भी आता है वह अपने उद्गार पेश करेगा वह ख्वाजा गरीब नवाज से मन्नतें मांगने आता है और उसकी मन्नते पूरी होती है तो वह अपने उद्गार पेश करेगा.

बरेलवी आला हजरत के स्थानीय अनुयायी गुलाम मुस्तफा ने कहा कि अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती को प्रशासन पाबंद करें. इसके बावजूद भी इससे पाबंद नहीं किया गया तो देश में जगह-जगह सरवर चिश्ती के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह साजिश है कि यह दरगाह में हुकूमत करना चाहते हैं. ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में कब्जा किस बात का यह तो धार्मिक स्थल है. हम चाहते हैं कि दरगाह आने से किसी को रोका न जाए. बरेलवी आला हजरत के स्थानीय अनुयायियों ने भी सैयद सरवर चिश्ती को पाबंद करने की मांग प्रशासन और पुलिस से की है.

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