Jaipur Zilla Parishad meeting: कुर्सी को लेकर जिला परिषद साधारण सभा की बैठक में हंगामा, कोविड प्रोटोकॉल की भी उड़ी धज्जियां

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Published : Jan 5, 2022, 6:56 PM IST

Uproar in Jaipur Zilla Parishad meeting

जयपुर जिला परिषद की दूसरी साधारण सभा की बैठक भी (Uproar in Jaipur Zilla Parishad meeting) हंगामें की भेंट चढ़ गई. बैठक शुरू होते ही उप जिला प्रमुख के मंच पर बैठने को लेकर भाजपा जिला परिषद सदस्यों ने हंगामा कर दिया. वहीं आधे घंटे देरी से शुरू हुई सभा बैठक को हंगामे के चलते दो बार स्थगित भी किया गया. बैठक में कोविड प्रोटोकॉल की भी जमकर धज्जियां उड़ाई गई.

जयपुर. जिला परिषद की दूसरी साधारण सभा की बैठक (Uproar in Jaipur Zilla Parishad meeting) भी हंगामेदार रही. बैठक में जनता से जुड़े हुए 7 बिंदुओं पर चर्चा का अनुमोदन होना था, लेकिन बैठक शुरू होते ही उप जिला प्रमुख मोहन डागर के मंच पर बैठने को लेकर भाजपा के जिला परिषद सदस्यों ने हंगामा कर दिया. उनकी मांग थी कि जिला प्रमुख जबरदस्ती मंच पर बैठे हैं इसलिए उन्हें मंच से उतारा जाए. आधे घंटे देरी से शुरू हुई सभा बैठक को हंगामे के चलते दो बार स्थगित भी किया गया.

पिछली बोर्ड बैठक की कार्यवाही के अनुमोदन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तीसरे चरण का अनुमोदन, नरेगा योजना पूरक वार्षिक कार्य योजना 2021- 22, जिला परिषद और पंचायत समिति की वार्षिक कार्य योजना 2021-22 का अनुमोदन, जिला परिषद एवं पंचायत समिति की निजी आय का बैठक में अनुमोदन होना था.

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जिला परिषद साधारण सभा की बैठक जिला प्रमुख रमा देवी चोपड़ा की अध्यक्षता में शुरू हुई. इस दौरान मंच पर विधायक रामलाल शर्मा, जिला प्रमुख रमा देवी चोपड़ा, उप जिला प्रमुख मोहन डागर, जिला परिषद सीईओ जसमीत सिंह संधू आदि बैठे हुए थे. बैठक शुरू होते ही भाजपा के जिला परिषद सदस्यों रामकेश मीणा और विजय मीणा ने उप जिला प्रमुख के मंच पर बैठने को लेकर आपत्ति जताई.

उन्होंने कहा कि उप जिला प्रमुख मोहन डागर जबरदस्ती मंच पर बैठे हुए हैं. इस संबंध में सदस्यों से कोई चर्चा भी नहीं की गई. इसलिए मोहन डागर को मंच से नीचे उतारा जाए. इस दौरान अन्य कांग्रेस के सदस्यों ने भाजपा सदस्यों का विरोध जताया. मोहन डागर के मंच पर बैठने को लेकर भाजपा और कांग्रेस के जिला परिषद सदस्यों में काफी देर तक हंगामा हुआ. हंगामा होने पर जिला प्रमुख ने आधे घंटे के लिए बैठक को स्थगित भी किया.

भाजपा के जिला परिषद सदस्यों ने आरोप लगाया कि पिछली साधारण सभा बैठक में कांग्रेस सदस्यों ने जिला परिषद सीईओ का माइक भी छीन लिया था. उस दौरान भी मोहन डागर को मंच पर जगह नहीं देने के कारण कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा किया था. उस समय बिना किसी चर्चा के सभी प्रस्तावों का अनुमोदन कर दिया गया था.
कई कांग्रेस के सदस्यों ने विधायक रामलाल शर्मा के भी मंच पर बैठने पर आपत्ति जताई.

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उन्होंने कहा कि पिछली साधारण सभा की बैठक में रामलाल शर्मा सामने बैठे हुए थे. इस पर रामलाल शर्मा ने कहा कि सदन की जो भी व्यवस्था होगी वे उसी के अनुसार बैठ जाएंगे. सदस्यों की रामलाल शर्मा से भी थोड़ी नोक झोंक भी हुई.

वहीं जिला परिषद साधारण सभा की बैठक आधे घंटे बाद फिर शुरू हुई. पिछली बार हुए हंगामे को लेकर उप जिला प्रमुख ने सदन में माफी भी मांगी. इसके बावजूद भी मोहन डागर को मंच पर नहीं बैठाया गया. जिला प्रमुख रमा देवी चोपड़ा ने कहा कि अगली बार से जब भी बैठक होगी तो वह उप जिला प्रमुख की कुर्सी नेम प्लेट के साथ मंच पर लगा दी जाएगी.

भाजपा सदस्यों ने मोहन डागर को मंच से उतारने को लेकर हंगामा किया. बैठक के दौरान भाजपा सदस्यों ने उप जिला प्रमुख को मंच से नीचे उतारने को लेकर नारेबाजी भी की. इसके बाद सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित किया गया. जब सदस्य वापस बैठक में आये तो जिला प्रमुख ने सदस्यों से मोहन डागर को मंच पर बैठाने की सहमति ली गई और सभी सदस्यों ने सहमति दी. तब जाकर मोहन डागर मंच पर बैठे और सदन की कार्यवाही शुरू हुई.

कोरोना प्रोटोकॉल की उड़ी धज्जियां

कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री की ओर से लगातार कोविड गाइड लाइन की पालना की अपील की जा रही है. इसके बावजूद जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में कोविड प्रोटोकॉल का मखौल उड़ाया गया. जब सदस्य बैठक में आए तो कुछ सदस्यों के चेहरे पर मास्क नहीं था और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना बैठक में नहीं की गई. पूरी बैठक में सदस्य एक दूसरे के पास सटकर ही बैठे रहे, हालांकि जिला प्रमुख और सीईओ जिला परिषद ने सदस्यों से कोविड प्रोटोकॉल की पालना करने की अपील भी की. अपील के बाद जिन सदस्यों ने मास्क नहीं लगाया था, उन्होंने मास्क लगाया.

यह कहा जनप्रतिनिधियों ने

रामलाल शर्मा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक समस्या पानी को लेकर है. जिला परिषद को बरसात के पानी के उपयोग को लेकर कुछ ठोस कार्ययोजना बनानी होगी. उन्होंने कहा कि पहले एक ग्राम पंचायत को पानी की समस्या से निजात दिलाया जाए और इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट बनाया जाए तो ज्यादा बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जयपुर जिले में लक्ष्य समय पर पूरा नहीं हो पाएगा. क्योंकि जयपुर जिले में पानी का स्तर काफी नीचे जा चुका है.

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जिला प्रमुख रमा देवी चोपड़ा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की ओर फोकस किया जाएगा. कोविड के कारण सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ है. उसके लिए कमरों की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि प्रशासन गांव के संग अभियान से वे संतुष्ट नहीं हैं. क्योंकि उन पर वही काम हो रहे हैं जो ईमित्र पर होते हैं और मौके पर जो काम होने चाहिए वे इस अभियान में दिखाई नहीं दिए.

रोड की मरम्मत नहीं होने पर भी उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि कई जगह मरम्मत कर दी गई है, कई जगह होना अभी भी बाकी है. कोविड गाइड लाइन की पालना को लेकर उन्होंने कहा कि बैठक पहले ही तय कर दी गई थी इसलिए इसे स्थगित नहीं किया गया. बैठक में आने वाले सदस्यों के लिए मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है. सदन में सोशल डिस्टेंसिंग भी पालना नहीं की गई.

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