जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस के नेताओं के बीच लगातार चर्चा चल रही है कि अगस्त में प्रदेश में आलाकमान की ओर से कोई निर्णय जरूर लिया जाएगा. इसमें राजस्थान में होने वाले संभावित कैबिनेट पुनर्गठन, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव और सचिन पायलट के भविष्य का फैसला भी शामिल है. इन सभी निर्णयों में से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया 15 अगस्त को पूरी हो जाएगी. ऐसे में यह लगभग तय माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को दोबारा इस पद पर नियुक्त कर दिया जाएगा.
लेकिन कांग्रेस के उन विधायकों का इंतजार अभी और लम्बा होने जा रहा है जो अगस्त में कैबिनेट में पुनर्गठन को लेकर आशान्वित हैं. इंतजार बढ़ने का कारण ईडी है जिसकी सम्भावित कार्रवाइयों को लेकर फिर हलचल शुरू हो गई है. ऐसे में कांग्रेस आलाकमान इसे लेकर रणनीति बनाने (congress leaders have to wait for cabinet reorganization) में जुट गई है जिससे राजस्थान को लेकर अगस्त में कोई खास निर्णय होने की संभावनाएं कम नजर आ रही हैं. अभी नेताओं को कैबिनेट में शामिल होने के लिए इंतजार करना पड़ सकता है.
पढ़ें. मैं और सचिन पायलट भी पेशेंस रखकर बैठे हैं, हमें थकान नहीं होती- राहुल गांधी
सचिन पायलट का इंतजार भी बढ़ा
माना जा रहा कि राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट के भविष्य की भूमिका तय करने में वर्तमान परिस्थितियों के चलते कांग्रेस आलाकमान को समय लगेगा. पायलट को सरकार में जिम्मेदारी मिलेगी या संगठन में इसे लेकर होने वाला फैसला भी अभी रुककर होगा. पायलट कल टोंक गए थे और फिर दिग्गी कल्याण जी की यात्रा के लिए रवाना होते समय अपने पिता राजेश पायलट की तरह ग्रामीण परिधान में दिखाई दे रहे थे. पायलट समर्थक मान रहे थे कि उनके भविष्य का फैसला जल्द होगा लेकिन शाम को जिस तरह से दिल्ली मे एआईसीसी कार्यालय के बाहर पुलिस की तैनाती के साथ हलचल बढ़ी और कांग्रेस के नेता रणनीति बनाने में जुट गए उससे लगता है कि पायलट समर्थकों को भी अभी और रुकना होगा.
डोटासरा पार्ट-2 लगभग तय
15 अगस्त तक राजस्थान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है और राजस्थान की राजनीतिक स्थितियों को देखकर लग रहा है कि कैबिनेट के इंतजार कर रहे विधायकों का इंतजार भले ही लम्बा हो लेकिन डोटासरा में कार्यकाल के दूसरा चरण अगस्त में शुरू हो ही जाएगा.