जयपुर. बीवीजी कंपनी (BVG Company in Jaipur) को निगम कचरे की मात्रा के आधार पर भुगतान करता था. फिर चाहे कंपनी डोर टू डोर कचरा संग्रहण करें या फिर रोड साइड ओपन कचरा डिपो से कचरा उठाए. अब जयपुर हेरिटेज नगर निगम कचरा संग्रहण में हूपर की मॉनीटरिंग करेगा.
बीवीजी कंपनी को जब फाइनल अल्टीमेटम दिया गया था, उस दौरान भी उन्होंने यही रिप्लाई किया कि कंपनी 100 फ़ीसदी डोर टू डोर कचरा संग्रहण नहीं करेगी. डोर टू डोर जितना हो सकेगा उतना कचरा संग्रहण करने के बाद कंपनी रोड से ही कचरा उठाएगी. हेरिटेज निगम कमिश्नर ने कहा कि ये मॉडल कंपनी का एक फ्रॉड था. जिसकी वजह से कचरा सड़कों पर आता था और कचरा डिपो की शिकायतें मिलती थी.
हेरिटेज नगर निगम का टारगेट (Target of Jaipur Heritage Corporation) अब सफाई पर है. कंपनी करीब 200 टन डोर टू डोर जबकि 200 टन सड़कों से कचरा उठाती थी. इसमें भी बिल्डिंग मटेरियल वेस्ट मिले होने की शिकायतें थी. लेकिन अब टेंडर में बदलाव किए गए हैं. इस बार कचरा कलेक्शन पर नहीं बल्कि हूपर मूवमेंट पर पेमेंट किया जाएगा. हूपर यदि हर घर तक समय से पहुंचेगा तभी उसका पेमेंट किया जाएगा और यदि वो रूट से डायवर्ट होता है तो उसका पेमेंट भी नहीं होगा.
उन्होंने बताया कि अभी निगम के पास 100 हूपर हैं, जिस से तकरीबन 350 टन कचरा कलेक्शन डोर टू डोर किया जा रहा है. अब 200 हूपर रेंट पर लिए जा रहे हैं. जिनका टेंडर खुल गया है. इसका वर्क आर्डर भी जारी किया जा रहा है.
जयपुर हेरिटेज में सफाई व्यवस्था
कमिश्नर अवधेश मीणा ने बताया कि इस बार हूपर में गीला-सूखा और हजार्ड्स वेस्ट की अलग व्यवस्था की गई है. ताकि कचरा सेग्रीगेट रहे. यदि हूपर में वेस्ट सेग्रीगेट नहीं होता है, तो पेनल्टी का प्रावधान भी रखा गया है. जनवरी में हेरिटेज निगम की ओर से वेस्ट सेग्रीगेशन महाअभियान भी चलाया जाएगा.
जयपुर में स्वच्छता अभियान (cleaning in jaipur Management) के तहत निगम प्रशासन ने आम जनता से अपील की कि व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों में डस्टबिन रखें. किसी भी तरह का कचरा सड़क पर न फेंकें. निगम के हूपर नियमित डोर टू डोर कलेक्शन करेंगे. वहीं व्यापारिक क्षेत्रों में कचरा दिन में दो बार कलेक्ट किया जाएगा.