बयानबाजी के कारण निशाने पर रहे गोविंद सिंह डोटासरा..बीते एक साल में 10 बार आए विवादों में

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Published : Oct 20, 2021, 8:17 PM IST

Updated : Oct 20, 2021, 10:28 PM IST

गोविंद सिंह डोटासरा

नाथी का बाड़ा, झगड़ालू महिला टीचर स्टाफ और गांधीजी की भारत यात्रा..अपने ऐसे ही बयानों के कारण शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा बीते एक साल में 10 बार विवादों में आ चुके हैं. इस दौरान वे सोशल मीडिया पर भी खूब ट्रोल हुए और उन पर कई मीम्स भी बने.

जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की हाल ही में जब जुबान फिसली और उन्होंने वीर सावरकर और महात्मा गांधी को लेकर जिन तारीखों का जिक्र किया, वे सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. ऐसा नहीं है कि डोटासरा की जुबान इतिहास पर ही फिसली. बल्कि बीते एक साल में वे 10 बार अपनी बयानबाजी के कारण विवादों में घिर चुके हैं.

राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बयानों का विवादों से नाता ही हो गया है. अब तो यह कहा जाने लगा है कि गोविंद डोटासरा और विवाद एक दूसरे के पूरक हैं. जब गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा मंत्री का पद ग्रहण किया था, उसी समय महाराणा प्रताप पर दिये उनके बयान पर उन्हें जबरदस्त ट्रोल किया गया. लेकिन असल विवाद शुरू हुए डोटासरा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद. पिछले 1 साल में करीब 10 बार डोटासरा बयानों के कारण चर्चा में आए.

डोटासरा के साथ जुड़े ये विवाद

डोटासरा के दस विवाद

1. नाथी का बाड़ा

अप्रैल महीने में सीकर में गोविंद डोटासरा के आवास पर पहुंचे व्याख्याताओं को अपमान झेलना पड़ा. स्कूल समय में ये व्याख्याता शिक्षा मंत्री को ज्ञापन देने पहुंचे थे. गोविंद डोटासरा शिक्षकों पर बिगड़ गए और उन्हें लताड़ते हुए कहा कि क्या इसे (मंत्री आवास) नाथी का बड़ा समझ रखा है, जो बिना छुट्टी के यहां आए हो. बाद में नाथी का बाड़ा पर सोशल मीडिया पर डोटासरा खूब ट्रोल हुए.

2. आरएएस परीक्षा और रिश्तेदारों का रिजल्ट

राजस्थान में आरएएस परीक्षा को लेकर डोटासरा उस समय विवादों में आ गए, जब उनकी पुत्रवधू के भाई और बहन का सिलेक्शन आरएएस में हुआ. आरोप लगे कि डोटासरा ने अपने पद का इस्तेमाल कर रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाया है. साल 2016 में उनकी पुत्रवधू के भी 80% नंबर इंटरव्यू में आए थे. उनकी पुत्रवधू के भाई और बहन के भी उतने ही नंबर इंटरव्यू में आए. इसके बाद डोटासरा ने सफाई दी कि बच्चे मेहनत करके सफल हुए हैं.

3.सावरकर को लेकर विवादित बयान

डोटासरा ने कहा था कि देश विभाजन से पहले हिंदू राष्ट्र की बात गलत नहीं थी. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने जब यह कहा कि सावरकर ने देश की आजादी से पहले हिंदू राष्ट्र की बात कही थी, वह कोई गुनाह नहीं था. उस वक्त हमारा देश आजाद नहीं हुआ था और संविधान लागू नहीं हुआ था, ऐसे में हिंदू राष्ट्र की बात आजादी से पहले गुनाह नहीं थी, लेकिन अब जब देश आजाद हो गया है और लोकतंत्र स्थापित हो चुका है तो हिंदू राष्ट्र की बात करना गलत है.

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4. मैं दो-पांच दिन का मेहमान हूं

राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं चल रही थीं, तो अजमेर के एक कार्यक्रम में नाश्ता करते समय शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का एक वीडियो वायरल हो गया. जिसमें वे यह कहते नजर आए कि जो काम करवाना है करवा लो, मैं केवल 2-5 दिन का मेहमान हूं. इसी बयान के बाद राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थीं.

5. अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर महिलाओं पर कमेंट

अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा था कि जिन स्कूलों में महिला स्टाफ ज्यादा होता है, वहां आपसी झगड़े भी ज्यादा होते हैं. इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी की महिला नेत्रियों ने इसे विवादित बताते हुए डोटासरा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.

6- बीकानेर में फोटो खिंचवाने का मामला

जून के महीने में राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा बीकानेर में जनसुनवाई करने पहुंचे. वहां एक महिला पार्षद अंजना खत्री ने डोटासरा से फोटो खिंचवाने का आग्रह किया. लेकिन डोटासरा के साथ जब महिला पार्षद फोटो नहीं खिंचवा पाई तो मौके पर ही वह डोटासरा पर भड़क गई.

7. रीट परीक्षा और बत्ती लाल मीणा विवाद

रीट परीक्षा में जब नकल के आरोप लगाते हुए भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा धरने पर बैठ गए तो उन्होंने रीट परीक्षा में नकल के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री को जिम्मेदार ठहराया. इस नकल में आरोपी बत्ती लाल मीणा के गोविंद सिंह डोटासरा के साथ सामने आई तस्वीरों के बाद भाजपा ने डोटासरा और बत्तीलाल पर आपस में संपर्क होने के आरोप लगाए.

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8. विश्नोई समाज पर कमेंट से हुआ विवाद

इसी महीने विश्नोई समाज पर कमेंट पर भी गोविंद डोटासरा को सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा. रीट परीक्षा में नकल के लिए जब उन्होंने बिश्नोई गैंग शब्द का इस्तेमाल किया तो पहले उन्हें ट्रोल किया गया, तो दोबारा जब उन्होंने बिश्नोई समाज के चूरू के राजगढ़ थाना अधिकारी विष्णु दत्त विश्नोई के मामले की जांच सीबीआई से करवाने पर कुछ साबित नहीं होने की बात कही, तो इस पर भी बिश्नोई समाज नाराज हो गया. बिश्नोई गैंग शब्द का इस्तेमाल करने पर डोटासरा ने बाद में सफाई भी पेश करते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है.

गोविंद सिंह डोटासरा
लोगों ने बनाए मीम्स

9. 'जन्मदिन पर भीड़' वाले बयान पर विवाद

मैरिज गार्डन और विवाह संबंधी व्यवसाय से जुड़े लोग जब गोविंद डोटासरा से यह मांग लेकर मिलने गए कि शादी विवाह में अब लोगों की संख्या को बढ़ाया जाए. इस पर गोविंद डोटासरा किसी से बात करते दिखाई दिए, जिसमें वह कह रहे थे कि जब चुनाव में भीड़ इकट्ठी हो सकती है और नेताओं के जन्मदिन में हजारों की भीड़ आ सकती है, तो फिर शादी विवाह जैसे कार्यक्रमों में भी लोगों के आने की संख्या को बढ़ाया जाना चाहिए. सोशल मीडिया पर यह वीडियो भी वायरल हो गया जिसमें डोटासरा के बयान को सचिन पायलट के जन्मदिन कार्यक्रम के साथ जोड़ा गया.

10. गांधीजी 2015 में भारत आए

उदयपुर में उपचुनाव में प्रचार करने गए गोविंद डोटासरा की जबान ऐसी फिसली कि सोशल मीडिया पर उन्हें खूब ट्रोल किया गया. डोटासरा ने कहा कि सावरकर ने महात्मा गांधी के कहने पर अंग्रेजों से माफी मांगी थी. सावरकर ने साल 2011 और 2013 में माफीनामा लिखा और महात्मा गांधी 2015 में दक्षिण अफ्रीका से आए थे. हालांकि डोटासरा ने अपनी गलती सुधार ली लेकिन वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद ट्रोलर्स ने न केवल गोविंद डोटासरा को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया, बल्कि महात्मा गांधी को गुलदस्ता भेंट करते हुए उनका एक मीम भी तैयार कर लिया.

Last Updated :Oct 20, 2021, 10:28 PM IST
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