जयपुर. अंकिता भंडारी हत्याकांड से पूरा उत्तराखंड उबल रहा है. एक रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करने वाली अंकिता भंडारी की नहर में धक्का देकर इसलिए हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने गेस्ट के साथ सोने से इनकार कर दिया था. हत्याकांड में भाजपा नेता के बेटे का नाम सामने आने से सियासत भी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मांग की है कि आरोपी कोई भी हो, कितने ही प्रभावशाली हों, उसे बख्शा नहीं जाए. उत्तराखंड सरकार मामले की निष्पक्ष कराए.
गहलोत ने किया ये किया ट्वीट: सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि (Gehlot tweet over Ankita Bhandari murder case) उत्तराखंड के ऋषिकेश में 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या बेहद निंदनीय और दुखद है. जैसे कि खबरें आ रही हैं बीजेपी नेता पुत्र ने युवती पर जिस रूप में दबाव बनाया और फिर उसकी जघन्य हत्या की. इसे लेकर लोगों में बेहद आक्रोश है. उत्तराखंड भाजपा सरकार से मेरी मांग है कि घटना की निष्पक्षता से त्वरित जांच हो. आरोपी बख्शे न जाएं और पीड़ित परिवार को न्याय मिले.
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ये हुई घटना: पुलिस ने उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता के बेटे और उसके दो कर्माचारियों को 19 साल युवती की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार पीड़ित बीजेपी नेता के बेटे के रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर नौकरी करती थी. युवती के लापता होने की सूचना के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. पुलिस के अनुसार मुख्य गिरफ्तार आरोपी हरिद्वार से बीजेपी नेता विनोद आर्या का बेटा है. विनोद आर्या राज्य सरकार में मंत्री पद पर हैं. हालांकि, राज्य सरकार ने उन्हें कोई मंत्रालय नहीं दिया हुआ है.