शाजापुर में फिर मारा गया कंस , 270 साल पुरानी वधोत्सव की परंपरा आज भी निभाई जा रही
शाजापुर। मथुरा के बाद शाजापुर में कंस वधोत्सव की अनूठी परंपरा फिर निभाई गई. कंस चौराहा स्थित दरबार में बैठाए गए कंस के पुतले का वध किया गया. 270 सालों से यह परंपरा चली आ रही है. बालवीर हनुमान मंदिर से जुलूस प्रारंभ हुआ और आजाद चौक पहुंचा. वहां से संवाद कार्यक्रम के बाद वापस कंस चौराहे पर आया और यहां से लाठियों से पीटते हुए गवली समाजजन कंस के पुतले को ले गए. देवता और दानवों की वेशभूषा में स्थानीय कलाकारों ने संवाद के माध्यम से अपनी आकर्षक प्रस्तुति दी. देवता और दानवों के संवाद में तात्कालिक राजनीति से जुड़ी बातें और स्थानीय मुद्दे शामिल रहते हैं. Kansa Vadotsav old tradition played in Shajapur, Shajapur Kansa Vadotsav
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:31 PM IST