उज्जैन। शहर से करीब 12 किमी दूर स्थित कालियादाह महल (Kaliyadeh Mahal Palace) क्षिप्रा किनारे बना हुआ है, जहां 52 कुंड, भैरव मंदिर व सूर्य मंदिर भी मौजूद है और लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र भी है, जहां दर्शन करने व कुंड में स्नान करने हर वर्ष समय-समय पर श्रद्धालु पहुंचते रहते हैं, यही वो स्थान है, जहां पंचकोशी 84 महादेव की परिक्रमा करने वाले श्रद्धालु एक पड़ाव के तौर पर रुकते हैं और विश्राम करते हैं. इसका निर्माण सिंधिया परिवार ने वर्षों पहले करवाया था, जोकि जीर्णोद्धार के बाद दोबारा खंडहर बन चुका है.
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निर्माण पूरा होने पर मार्ग खोला जाएगा
अब विवाद इस बात को लेकर है कि इसी जगह बने महल और तीर्थ के लिए एक ही मार्ग (Kaliyadeh Mahal Marg) है, जहां आस पास करीब 10 गांव के ग्रामीण रहते हैं और इसी मार्ग से वे अपने पशुओं को क्षिप्रा के घाट तक पानी पिलाने, बच्चों को स्कूल छोड़ने व रूटीन कार्यों में उपयोग करते हैं, अब इस मार्ग पर एक गेट और उस गेट पर बड़ा सा ताला लगाकर बंद (Kaliyadeh Mahal Controversy) कर दिया गया है, जिस पर लिखा है निर्माण पूरा होने के बाद मार्ग दोबारा खोल दिया जायेगा, अब निर्माण कब पूरा होगा, किसने मार्ग बंद किया, क्या निर्माण होना है, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है.
महल को हेरिटेज बनाने की तैयारी
वहीं ग्रामीणों और कांग्रेस विधायक महेश परमार ने सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) पर आरोप लगाया कि उनके महल को हेरिटेज (Heritage) बनाने के लिए ये निर्माण किया जाना है और इसीलिए मार्ग बंद किया गया है, जबकि ये मार्ग कई बार शासकीय मद से बना है और ग्रामीणों को अब मार्ग बंद होने से 10 किमी अतिरिक्त दूरी तय करना पड़ रहा है. विवाद बढ़ता देख कलेक्टर ने कहा कि एसडीम को वहां भेजा है, समस्या का समाधान जल्द करवा दिया जाएगा, 6-7 दिन के लिए ही मार्ग बंद हुआ है बस.
रास्ता नहीं खुला तो आंदोलन होना तय
विश्व प्रसिद्ध धार्मिक नगरी अवंतिका, जहां हर थोड़ी दूरी पर कोई प्राचीन स्थल बसा है, उन स्थलों के आस पास कई गांव हैं, जो वर्षों से जीवन यापन कर रहे हैं, गांव के ही बद्री लाल चौधरी आक्रोशित होकर कहते हैं कि रास्ता नहीं खोला गया तो यहां जो अधिकारी आएगा, उसको मारेंगे, ये रास्ता माधव राव सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) के आदमियों ने रोका है और ये हमारी निजी जमीन है, रास्ता नहीं खोला गया तो गांव वाले आनदोलन करेंगे!
ग्रामीणों का सिंधिया परिवार पर आरोप
ग्रामीण इकरार पटेल ने कहा कि सिंधिया परिवार कालिया दाह पैलेस को टूरिज्म के लिए देना चाहता है, उसके मार्ग में करीब 10 गांव पड़ते हैं, अब मार्ग बंद होने से ग्रामीण परेशान हैं, जबकि ये मार्ग शासकीय मद से कई बार बन चुका है, ये पंचकोशी मार्ग भी है, जहां लाखों श्रद्धालु 52 कुंड में नहान, भगवान सूर्य नारायण के दर्शन करने पहुंचते हैं, सिंधिया का कहना है कि ये मार्ग उनका है, अब ताला डलने से 10 किमी घूमकर जाना पड़ रहा है, बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. ग्रामीण आशिक पटेल ने कहा कि तकलीफ ये है कि गांव में पानी की कमी के चलते पशुओं को नदी पर पानी पिलाने ले जाते थे, अब सिंधिया के लोगों ने मार्ग बंद कर दिया है, पशुओं को कैसे पानी पिलाएंगे.
देश को गुलामी की ओर ले जा रहे सिंधिया
तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि मुझे लगता है देश को गुलामी की ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया लेकर जा रहे हैं, लोकतंत्र में किसी का रास्ता रोकना वो भी केंद्रीय मंत्री जैसों को शोभा नहीं देता, लाखों श्रद्धालु इस जगह भगवान सूर्य नारायण के दर्शन करने आते हैं, 52 कुंड व भेरू जी का स्थान है, जो पूरे देश में प्रसिद्ध है. बाबा महाकाल के दर्शन के बाद श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं. कलेक्टर से मांग करता हूं कि जब जीवाजीराव ने, राजमाता ने, माधवराव सिंधिया ने रास्ता नहीं रोका तो ज्योतिरादिय क्यों रास्ता रोक रहे हैं, सिंधिया की मानसिकता ठीक नहीं लगती, ये रास्ता सिंहस्थ महाकुंभ के दौरान सरकारी मद से 3-4 बार बना है, ये पंचकोशी मार्ग भी है, यहां पीढ़ी दर पीढ़ी रह रहे लोगों को नहीं पता कितना पुराना ये मार्ग है, ये आस्था से खिलवाड़ का मामला है, जिसे सीएम संज्ञान में लें.