महाकालेश्वर के आंगन में मनाई गई दीवाली, महानिर्वाणी अखाड़े के संत ने की बाबा को भस्म अर्पित, अन्नकूट का भोग लगाया
Published: Nov 12, 2023, 10:23 AM


महाकालेश्वर के आंगन में मनाई गई दीवाली, महानिर्वाणी अखाड़े के संत ने की बाबा को भस्म अर्पित, अन्नकूट का भोग लगाया
Published: Nov 12, 2023, 10:23 AM

Diwali Celebrate at Mahakal Temple: एमपी में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक भगवान महाकाल के आंगन में दीपावली पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. इस दौरान भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक किया गया. साथ ही फुलझड़ी जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत की गई.
उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंगो में से एक महाकालेश्वर में दीपावली पर्व मनाया गया. इस दौरान सुबह होने वाली भगवान महाकाल की भस्म आरती भी यथावत की गई. इस दौरान सबसे पहले महाकाल को पंचामृत अभिषेक किया गया. फिर, भगवान महाकाल को महानिर्वाणी अखाड़े के संत की तरफ से बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई. फिर, भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार कर आरती की गई, इसमें फुलझड़ियां जलाकर भगवान महाकाल के साथ दीपावली पर्व की शुरूआत किया गया.
अन्नकूट का लगाया भोग: उज्जैन भले ही देश भर में दीपावली का पर्व आज धूमधाम से बनाया जाएगा. उससे पहले उज्जैन की बाबा महाकाल के दरबार में कल सुबह होने वाली भस्म आरती में पंडित पुजारी ने भस्म आरती के दौरान फुलझड़ी जलाकर दीपावली के उत्सव की शुरुआत की. भगवान महाकाल के साथ दीपावली पर्व की शुरुआत की. वही अन्नकूट का भोग भी लगाया गया.
बाबा महाकाल का किया विशेष श्रृंगार: कोई भी हिंदू त्योहार सबसे पहले उज्जैन में भगवान महाकाल के आंगन में मनाने की परंपरा है. इसके बाद पूरे देश में बनाया जाता है. त्यौहार चाहे रक्षाबंधन हो होली हो या फिर अन्य त्योहार, लेकिन सबसे पहले बाबा महाकाल के दरबार से हिंदू त्योहारों की शुरुआत होती है. प्रातः काल भस्म आरती में भगवान महाकाल के साथ दीपावली पर्व की शुरुआत की गई, इसमें भगवान महाकाल को गर्म जल से स्नान कराया गया.
उसके बाद पंचांग अभिषेक कर पूजन पाठ किया गया और भस्म चढ़ाई गई. भगवान महाकाल का विशेष श्रृंगार का अन्नकूट का भोग लगाया गया. इसके साथ ही भगवान महाकाल की भस्म आरती हुई. इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल का आशीर्वाद लिया.
