सतना। जिले के केंद्रीय सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष रत्नाकर चतुर्वेदी (शिवा) की समाजसेवा की हर कोई सराहना कर रहा है. शिवा ने अभी तक 23 से ज्यादा गरीब लड़कियों का विवाह में मदद की है. वहीं गरीब परिवारों के घर आए बेटी की बारात में दिल खोलकर उपहार देते हैं. बुधवार को भी एक ऐसी बिटिया के विवाह में उन्होंने मदद की, जिसका परिवार पूरी तरह टूट गया था.
बस हादसे में हो गई थी इकलौते भाई की मौत : दरसअल, 4 बहनों में अकेला भाई बस हादसे में मौत का शिकार हो गया. भाई प्रदीप बहन के लिए वर तलाश कर लौट रहा था, लेकिन खुशियां गम में बदल गई. पहाड़ीखेर के पास हुए बस हादसे में प्रदीप की मौत हो गई. इससे पूरा परिवार टूट गया. पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गए. ऐसे में छोटी बेटी के हाथ पीले नहीं हो पा रहे थे. इसके बाद रत्नाकर चतुर्वेदी ने इस परिवार की मदद का बीड़ा उठाया.
सारा खर्चा उठाया शिवा ने : 21 जून को गाजे बाजे के साथ बारात आई और बुधवार को अन्य रस्में हुईं. बड़े भाई का फर्ज रत्नाकर चतुर्वेदी ने अदा किया. 4 बहनों में सबसे छोटी अन्यपूर्णा का विवाह बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ. अन्यपूर्णा के माता -पिता की खुशियों का ठिकाना नहीं था, क्योंकि उनके सिर से बोझ हल्का हुआ. वहीं हर कोई रत्नाकर की खुले मन से प्रशंसा कर रहा है. सुनैना शुक्ला वधू की बड़ी बहन हैं, उनका कहना है कि शिवा को भगवान ने उन्हें इतना सक्षम बनाया है कि वो दूसरों की मदद कर सकते है. इसलिए हर गरीब की मदद को वे आगे आते हैं. इस मौके पर शिवा ने कहा कि हादसा मेरी बस से हुआ था. बहनों ने भाई खोया था. इसलिए मैंने भाई बनकर भाई का फर्ज अदा किया. हर जरूरत में उनके साथ खड़ा रहूंगा. (Shiva became brother got younger sister) (Took full expenses of marriage) (Sisters were broken by death of brother)